विज्ञापन

Crpf Soldiers Bodies

'Crpf Soldiers Bodies' - 2 News Result(s)
  • शहीद को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचा कोई NDA नेता तो प्रशांत किशोर ने मांगी माफी, PM की रैली में पटना में ही थे सभी मौजूद

    शहीद को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचा कोई NDA नेता तो प्रशांत किशोर ने मांगी माफी, PM की रैली में पटना में ही थे सभी मौजूद

    पटना एयरपोर्ट पर रविवार को जब उनका पार्थिव शरीर पहुंचा तो कोई भी राजग नेता या बिहार का मंत्री मौजूद नहीं था. इससे नाराज उनके पिता चक्रधर सिंह ने कहा, 'मंत्रियों को बस सत्ता में बने रहने की चिंता है. यह दर्शाता है कि उन्हें सैनिकों की कितनी चिंता है.' साथ ही उन्होंने कहा, 'राजग नेता संकल्प रैली (प्रधानमंत्री की रैली) को लेकर अधिक चिंतित थे. उन्होंने एक बहादुर सैनिक को श्रद्धांजलि देने की उपेक्षा की है जो देश के लिए शहीद हो गया.'

  • Pulwama  Attack : अमेरिका ने अजीत डोभाल से कहा- पूरा अधिकार, P-5 को दी गई जानकारी, अब तक 10 बड़ी बातें

    Pulwama Attack : अमेरिका ने अजीत डोभाल से कहा- पूरा अधिकार, P-5 को दी गई जानकारी, अब तक 10 बड़ी बातें

    पुलवामा में शहीद हुए जवानों को पूरा देश श्रद्धांजलि दे रहा है. आतंकियों के इस क्रूर हमले से देश में गुस्से और ग़म का माहौल है. अलग-अलग जगह लोग शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. कल देर शाम शहीदों के शव दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत तमाम सियासी नेताओं और सेना के अधिकारियों ने उनकी शहादत को सलाम किया. दिल्ली में शहीदों को सलामी देने के बाद पार्थिव शरीर शहीदों के घरों को रवाना किए गए. शहीदों के घर-गांव में मातम पसरा है. अलग-अलग प्रदेशों में ग़मज़दा परिवार और स्थानीय लोग शहीदों के अंतिम दर्शन का इंतज़ार कर रहे हैं. कई जगहों पर शहीदों के शव उनके घर पहुंच गए हैं. शहीद हुए सीआरपीएफ के सभी 40 जवानों की पहचान उनके आधार कार्ड, आईडी कार्ड तथा कुछ अन्य सामानों के जरिए ही हो पाई. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि भीषण विस्फोट से जवानों से शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गए थे इसलिए उनकी शिनाख्त करना मुश्किल काम था. इन शहीदों की पहचान आधार कार्ड, बल के आईडी कार्ड, पैन कार्ड अथवा उनकी जेबों या बैगों में रखे छुट्टी के आवेदनों से की जा सकी. वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि कुछ शवों की शिनाख्त कलाइयों में बंधी घड़ियों अथवा उनके पर्स से हुई. ये सामान उनके सहयोगी ने पहचाने थे.

'Crpf Soldiers Bodies' - 2 News Result(s)
  • शहीद को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचा कोई NDA नेता तो प्रशांत किशोर ने मांगी माफी, PM की रैली में पटना में ही थे सभी मौजूद

    शहीद को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचा कोई NDA नेता तो प्रशांत किशोर ने मांगी माफी, PM की रैली में पटना में ही थे सभी मौजूद

    पटना एयरपोर्ट पर रविवार को जब उनका पार्थिव शरीर पहुंचा तो कोई भी राजग नेता या बिहार का मंत्री मौजूद नहीं था. इससे नाराज उनके पिता चक्रधर सिंह ने कहा, 'मंत्रियों को बस सत्ता में बने रहने की चिंता है. यह दर्शाता है कि उन्हें सैनिकों की कितनी चिंता है.' साथ ही उन्होंने कहा, 'राजग नेता संकल्प रैली (प्रधानमंत्री की रैली) को लेकर अधिक चिंतित थे. उन्होंने एक बहादुर सैनिक को श्रद्धांजलि देने की उपेक्षा की है जो देश के लिए शहीद हो गया.'

  • Pulwama  Attack : अमेरिका ने अजीत डोभाल से कहा- पूरा अधिकार, P-5 को दी गई जानकारी, अब तक 10 बड़ी बातें

    Pulwama Attack : अमेरिका ने अजीत डोभाल से कहा- पूरा अधिकार, P-5 को दी गई जानकारी, अब तक 10 बड़ी बातें

    पुलवामा में शहीद हुए जवानों को पूरा देश श्रद्धांजलि दे रहा है. आतंकियों के इस क्रूर हमले से देश में गुस्से और ग़म का माहौल है. अलग-अलग जगह लोग शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. कल देर शाम शहीदों के शव दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत तमाम सियासी नेताओं और सेना के अधिकारियों ने उनकी शहादत को सलाम किया. दिल्ली में शहीदों को सलामी देने के बाद पार्थिव शरीर शहीदों के घरों को रवाना किए गए. शहीदों के घर-गांव में मातम पसरा है. अलग-अलग प्रदेशों में ग़मज़दा परिवार और स्थानीय लोग शहीदों के अंतिम दर्शन का इंतज़ार कर रहे हैं. कई जगहों पर शहीदों के शव उनके घर पहुंच गए हैं. शहीद हुए सीआरपीएफ के सभी 40 जवानों की पहचान उनके आधार कार्ड, आईडी कार्ड तथा कुछ अन्य सामानों के जरिए ही हो पाई. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि भीषण विस्फोट से जवानों से शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गए थे इसलिए उनकी शिनाख्त करना मुश्किल काम था. इन शहीदों की पहचान आधार कार्ड, बल के आईडी कार्ड, पैन कार्ड अथवा उनकी जेबों या बैगों में रखे छुट्टी के आवेदनों से की जा सकी. वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि कुछ शवों की शिनाख्त कलाइयों में बंधी घड़ियों अथवा उनके पर्स से हुई. ये सामान उनके सहयोगी ने पहचाने थे.