Covid Pandemic Impact
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कोविड के कारण बनी 'इम्यूनिटी डेब्ट' से फ्लू के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी, स्टडी में हुआ खुलासा
- Wednesday April 9, 2025
- Edited by: अवधेश पैन्यूली
जब लोग लंबे समय तक बीमारियों के संपर्क में नहीं आते, तो उनके शरीर की इम्यूनिटी (रोगों से लड़ने की ताकत) कमजोर हो जाती है. इसी को 'इम्यूनिटी डेब्ट' कहा जाता है. इसका मतलब है कि अब लोग सामान्य संक्रमणों के लिए भी ज्यादा सेंसिटिव हो जाते हैं.
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Covid19 Lockdown से बढ़ा अकेलापन , स्क्रीन से चिपके रहने की पड़ी लत : UK सर्वे
- Wednesday March 23, 2022
- Edited by: वर्तिका
Ipsos Survey on Covid19 : एक तिहाई ब्रिटिश नागरिकों का मानना है कि लॉकडाउन की वजह से उनकी शारिरिक और मानसिक सेहत बिगड़ी है. पुरुषों की तुलना में (28%) अधिक महिलाओं ने कहा (38%) कि उनकी मानसिक हालत बिगड़ी है.
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'नोटिस पीरियड सर्व किया होता तो...'- लॉकडाउन में पति ने पहले नौकरी खोई फिर जान, अब हक के लिए लड़ रही यह महिला
- Thursday September 30, 2021
- Reported by: जे. सैम डेनियल स्टालिन, Translated by: तूलिका कुशवाहा
चेन्नई में ऐसे ही एक शख्स की नौकरी जाने के बाद कोविड-19 से उनकी जान भी चली गई. अब उनकी पत्नी कंपनी के खिलाफ खड़ी हैं. उनका आरोप है कि कंपनी ने उनके पति को अनिवार्य नोटिस पीरियड भी सर्व करने नहीं दिया था. अगर वो कर लेते तो आज परिवार आर्थिक रूप से बेहतर स्थिति में होता.
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महामारी का कहर: पढ़ाई हुई ऑनलाइन, स्कूल बसों के हजारों ड्राइवर और अटेंडेंट बेरोजगार
- Tuesday January 5, 2021
- Reported by: सोहित राकेश मिश्र, Edited by: सूर्यकांत पाठक
देश भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण फैलने के बाद से ही स्कूलों की पढ़ाई ऑनलाइन (Online Education) कर दी गई है तो इसका असर स्कूल बसें (School Buses) चलाने वालों पर पड़ा है. दस महीनों से हज़ारों लोगों के पास रोज़गार नहीं है और आने वाले कुछ महीनों में भी हालात सुधरते नज़र नहीं आ रहे. स्कूल बस ऑनर एसोसिएशन के मुताबिक देश भर में करीब साढ़े पांच लाख स्कूल बसें हैं. एक बस में तीन लोग होते हैं. तो साढ़े पांच लाख बसों में काम करने वाले 15 लाख लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है.
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जब लोग लंबे समय तक बीमारियों के संपर्क में नहीं आते, तो उनके शरीर की इम्यूनिटी (रोगों से लड़ने की ताकत) कमजोर हो जाती है. इसी को 'इम्यूनिटी डेब्ट' कहा जाता है. इसका मतलब है कि अब लोग सामान्य संक्रमणों के लिए भी ज्यादा सेंसिटिव हो जाते हैं.
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'नोटिस पीरियड सर्व किया होता तो...'- लॉकडाउन में पति ने पहले नौकरी खोई फिर जान, अब हक के लिए लड़ रही यह महिला
- Thursday September 30, 2021
- Reported by: जे. सैम डेनियल स्टालिन, Translated by: तूलिका कुशवाहा
चेन्नई में ऐसे ही एक शख्स की नौकरी जाने के बाद कोविड-19 से उनकी जान भी चली गई. अब उनकी पत्नी कंपनी के खिलाफ खड़ी हैं. उनका आरोप है कि कंपनी ने उनके पति को अनिवार्य नोटिस पीरियड भी सर्व करने नहीं दिया था. अगर वो कर लेते तो आज परिवार आर्थिक रूप से बेहतर स्थिति में होता.
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