Chola Empire History
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क्या है चोलों का 'मटका-पर्ची' वोटिंग सिस्टम? ब्रिटेन के मैग्ना-कार्टा से भी पुराना, PM मोदी ने की सराहना
- Monday July 28, 2025
- Written by: Nilesh Kumar
'कुदावोलाई' का शाब्दिक अर्थ है 'मतदान पात्र', यानी वोट डालने का घड़ा. ये तंत्र या प्रणाली दक्षिण भारत में 10वीं से 12वीं सदी के बीच चोल साम्राज्य के दौरान प्रचलित थी. उत्तरमेरूर गांव के शिलालेखों में इस प्रणाली का विस्तृत वर्णन है.
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हम डरी हुई सभ्यता नहीं, चोल जैसे राजाओं के विचार से भारत बन सकता है ग्लोबल पावर: इतिहासकार
- Monday July 28, 2025
- Translated by: रिचा बाजपेयी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को तमिलनाडु में प्रतिष्ठित चोल सम्राट राजराजा चोल और उनके पुत्र राजेंद्र चोल प्रथम की भव्य प्रतिमाओं का निर्माण कराने की घोषणा की.
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In-Depth: भारत को ग्लोबल पावर बनना है तो चोल साम्राज्य से सीख सकता है ये 4 चीजें
- Monday July 28, 2025
- Written by: विष्णु शंकर, Edited by: प्रभांशु रंजन
आज भारत एक ग्लोबल पावर बनना चाहता है, न सिर्फ सैन्य ताकत बल्कि आर्थिक ताकत का भी. भारत एक बार फिर दक्षिण एशिया के समंदरों का शेर बनना चाहता है, जहां कभी राजेंद्र चोल की यहां धाक थी. भारत के इस मिशन में चोल साम्राज्य से कई चीजें सीखी जा सकती है.
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'कुदावोलाई' का शाब्दिक अर्थ है 'मतदान पात्र', यानी वोट डालने का घड़ा. ये तंत्र या प्रणाली दक्षिण भारत में 10वीं से 12वीं सदी के बीच चोल साम्राज्य के दौरान प्रचलित थी. उत्तरमेरूर गांव के शिलालेखों में इस प्रणाली का विस्तृत वर्णन है.
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आज भारत एक ग्लोबल पावर बनना चाहता है, न सिर्फ सैन्य ताकत बल्कि आर्थिक ताकत का भी. भारत एक बार फिर दक्षिण एशिया के समंदरों का शेर बनना चाहता है, जहां कभी राजेंद्र चोल की यहां धाक थी. भारत के इस मिशन में चोल साम्राज्य से कई चीजें सीखी जा सकती है.
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