China Dam On Brahmaputra River
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
यह हमारी संप्रभुता का मामला... नीचे के देशों को कोई नुकसान नहीं- ब्रह्मपुत्र पर बन रहे बांध पर चीन का बयान
- Thursday July 24, 2025
- Reported by: मोहम्मद ग़ज़ाली, Edited by: रिचा बाजपेयी
चीन ने यारलुंग जांगबो नदी (जिसे भारत में ब्रह्मपुत्र कहा जाता है) पर नए हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट को लेकर सफाई दी है. चीन ने इस प्रोजेक्ट को अपनी 'पूर्ण संप्रभुता' का मामला बताया है.
-
ndtv.in
-
चीन ने बह्मपुत्र नदी पर बनाना शुरू किया 'वाटर बम', जानें भारत और पर्यावरण क्या पड़ेगा इसका असर
- Sunday July 20, 2025
- Edited by: शुभम उपाध्याय
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, 'इस बांध के बन जाने के बाद 300 किलोवॉट/घंटे बिजली हर साल पैदा होगी, जिससे करीब 30 करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा.
-
ndtv.in
-
अरुणाचल प्रदेश के करीब चीन का 'वॉटर बम'! ब्रह्मपुत्र नदी पर शुरू किया बांध बनाने का काम
- Saturday July 19, 2025
- Translated by: रिचा बाजपेयी
चीन ने शनिवार को भारत की सीमा के पास दक्षिण-पूर्वी तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर एक बड़े बांध का निर्माण शुरू कर दिया है.
-
ndtv.in
-
Explainer: चीन ने बनाया इतना बड़ा बांध कि पृथ्वी की धुरी पर घूमने की गति घट गई!
- Friday January 3, 2025
- Reported by: सुशील बहुगुणा, Edited by: सूर्यकांत पाठक
तेजी से विकास की हमारी होड़ अक्सर हमें एक ऐसी अंधाधुंध दौड़ में धकेल देती है जिसका शुरुआती लाभ तो हमें काफ़ी दिखता है लेकिन दूरगामी नतीजों को हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं. विकास का ऐसा ही एक मानक हम बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स को मानते हैं जो हमें बिजली, पानी दोनों मुहैया कराते हैं लेकिन कई बार पर्यावरण पर पड़ने वाले उसके विपरीत असर बाद में हमें पछताने को मजबूर कर देते हैं.पर्यावरण की भारी क़ीमत पर ऐसे बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट तैयार करने में चीन सबसे आगे निकल गया है जिसने दुनिया का सबसे बड़ा थ्री गॉर्जेस बांध (Three Gorges dam) बनाया है. यह बांध इतना बड़ा है कि इसने धरती के अपनी धुरी पर घूमने की रफ़्तार को भी कुछ कम कर दिया है.
-
ndtv.in
-
यह हमारी संप्रभुता का मामला... नीचे के देशों को कोई नुकसान नहीं- ब्रह्मपुत्र पर बन रहे बांध पर चीन का बयान
- Thursday July 24, 2025
- Reported by: मोहम्मद ग़ज़ाली, Edited by: रिचा बाजपेयी
चीन ने यारलुंग जांगबो नदी (जिसे भारत में ब्रह्मपुत्र कहा जाता है) पर नए हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट को लेकर सफाई दी है. चीन ने इस प्रोजेक्ट को अपनी 'पूर्ण संप्रभुता' का मामला बताया है.
-
ndtv.in
-
चीन ने बह्मपुत्र नदी पर बनाना शुरू किया 'वाटर बम', जानें भारत और पर्यावरण क्या पड़ेगा इसका असर
- Sunday July 20, 2025
- Edited by: शुभम उपाध्याय
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, 'इस बांध के बन जाने के बाद 300 किलोवॉट/घंटे बिजली हर साल पैदा होगी, जिससे करीब 30 करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा.
-
ndtv.in
-
अरुणाचल प्रदेश के करीब चीन का 'वॉटर बम'! ब्रह्मपुत्र नदी पर शुरू किया बांध बनाने का काम
- Saturday July 19, 2025
- Translated by: रिचा बाजपेयी
चीन ने शनिवार को भारत की सीमा के पास दक्षिण-पूर्वी तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर एक बड़े बांध का निर्माण शुरू कर दिया है.
-
ndtv.in
-
Explainer: चीन ने बनाया इतना बड़ा बांध कि पृथ्वी की धुरी पर घूमने की गति घट गई!
- Friday January 3, 2025
- Reported by: सुशील बहुगुणा, Edited by: सूर्यकांत पाठक
तेजी से विकास की हमारी होड़ अक्सर हमें एक ऐसी अंधाधुंध दौड़ में धकेल देती है जिसका शुरुआती लाभ तो हमें काफ़ी दिखता है लेकिन दूरगामी नतीजों को हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं. विकास का ऐसा ही एक मानक हम बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स को मानते हैं जो हमें बिजली, पानी दोनों मुहैया कराते हैं लेकिन कई बार पर्यावरण पर पड़ने वाले उसके विपरीत असर बाद में हमें पछताने को मजबूर कर देते हैं.पर्यावरण की भारी क़ीमत पर ऐसे बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट तैयार करने में चीन सबसे आगे निकल गया है जिसने दुनिया का सबसे बड़ा थ्री गॉर्जेस बांध (Three Gorges dam) बनाया है. यह बांध इतना बड़ा है कि इसने धरती के अपनी धुरी पर घूमने की रफ़्तार को भी कुछ कम कर दिया है.
-
ndtv.in