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Child Labor Rescued

'Child Labor Rescued' - 2 News Result(s)
  • मध्य प्रदेश : शराब फैक्ट्री में बाल मजदूरों की उंगलियां गल गईं, हाथों में छाले; 60 बच्चों को किया गया रेस्क्यू

    मध्य प्रदेश : शराब फैक्ट्री में बाल मजदूरों की उंगलियां गल गईं, हाथों में छाले; 60 बच्चों को किया गया रेस्क्यू

    मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में बाल श्रमिकों (Child labors) के शोषण का एक भयावह मामला सामने आया है. यहां बाल अधिकार आयोग (Child rights commission) द्वारा किए गए औचक निरीक्षण के दौरान 60 से अधिक बच्चे शराब फैक्ट्री में काम करते हुए पाए गए. शिकायतें मिलने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने सोम डिस्टिलरी का दौरा किया था. टीम ने पाया कि 20 लड़कियों सहित 60 से अधिक बच्चे खतरनाक हालात में काम कर रहे थे.

  • दो साल से बाल श्रमिक के रूप में शोषित हो रही बच्ची को DCW और दिल्ली पुलिस ने रेस्क्यू किया

    दो साल से बाल श्रमिक के रूप में शोषित हो रही बच्ची को DCW और दिल्ली पुलिस ने रेस्क्यू किया

    दिल्ली महिला आयोग और दिल्ली पुलिस ने बाल श्रम के लिए मजबूर एक 12 वर्षीय बच्ची को रेस्क्यू किया. रेस्क्यू की गई बच्ची उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली है जिसको दिल्ली के अशोक विहार इलाके से तीन फरवरी को आयोग और पुलिस द्वारा रेस्क्यू किया गया. लड़की की मां ने दिल्ली के एक घर में घरेलू सहायिका के रूप में काम करने के लिए उसको केवल 10 साल की उम्र में छोड़ दिया था. पिछले दो सालों से वह बच्ची दिल्ली में काम कर रही थी और यही नहीं, आज तक बच्ची को उसके काम के लिए किसी भी प्रकार का कोई वेतन नहीं दिया गया.

'Child Labor Rescued' - 2 News Result(s)
  • मध्य प्रदेश : शराब फैक्ट्री में बाल मजदूरों की उंगलियां गल गईं, हाथों में छाले; 60 बच्चों को किया गया रेस्क्यू

    मध्य प्रदेश : शराब फैक्ट्री में बाल मजदूरों की उंगलियां गल गईं, हाथों में छाले; 60 बच्चों को किया गया रेस्क्यू

    मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में बाल श्रमिकों (Child labors) के शोषण का एक भयावह मामला सामने आया है. यहां बाल अधिकार आयोग (Child rights commission) द्वारा किए गए औचक निरीक्षण के दौरान 60 से अधिक बच्चे शराब फैक्ट्री में काम करते हुए पाए गए. शिकायतें मिलने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने सोम डिस्टिलरी का दौरा किया था. टीम ने पाया कि 20 लड़कियों सहित 60 से अधिक बच्चे खतरनाक हालात में काम कर रहे थे.

  • दो साल से बाल श्रमिक के रूप में शोषित हो रही बच्ची को DCW और दिल्ली पुलिस ने रेस्क्यू किया

    दो साल से बाल श्रमिक के रूप में शोषित हो रही बच्ची को DCW और दिल्ली पुलिस ने रेस्क्यू किया

    दिल्ली महिला आयोग और दिल्ली पुलिस ने बाल श्रम के लिए मजबूर एक 12 वर्षीय बच्ची को रेस्क्यू किया. रेस्क्यू की गई बच्ची उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली है जिसको दिल्ली के अशोक विहार इलाके से तीन फरवरी को आयोग और पुलिस द्वारा रेस्क्यू किया गया. लड़की की मां ने दिल्ली के एक घर में घरेलू सहायिका के रूप में काम करने के लिए उसको केवल 10 साल की उम्र में छोड़ दिया था. पिछले दो सालों से वह बच्ची दिल्ली में काम कर रही थी और यही नहीं, आज तक बच्ची को उसके काम के लिए किसी भी प्रकार का कोई वेतन नहीं दिया गया.