भारत के मून लैंडर विक्रम से संपर्क टूटने की वजह से पूरे देश की नजरें इस पर लगी हुई है. संपर्क उस वक्त टूटा जब वह शनिवार तड़के चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा था. इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया, 'संपर्क उस समय टूटा, जब विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले स्थान से 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था. अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है.' इस खबर से जहां इसरो के वैज्ञानिकों में निराशा देखने को मिली, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है.
प्रिय @isro आप के अनथक श्रम व प्रतिभा पर पूरे देश को बहुत गर्व है ! प्रयास जारी रखें
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) September 6, 2019
“लो हमने बढ़कर खोल दिया इस अंतरिक्ष का दुर्ग द्वार,
हे चंद्रदेव लो भारत की मेधा का पहला नमस्कार,
जिनके चेहरे में दिखते हैं रामेश्वर के अब्दुल कलाम,
इसरो के सभी साधकों को भारत के जन-जन का सलाम” pic.twitter.com/ng4FMRdQA8
इस मुद्दे पर कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने ट्वीट किया, 'आप के अनथक श्रम व प्रतिभा पर पूरे देश को बहुत गर्व है! प्रयास जारी रखें.' कुमार ने एक कविता भी पोस्ट की. उन्होंने लिखा, 'हमने बढ़कर खोल दिया इस अंतरिक्ष का दुर्ग द्वार, हे चंद्रदेव लो भारत की मेधा का पहला नमस्कार, जिनके चेहरे में दिखते हैं रामेश्वर के अब्दुल कलाम, इसरो के सभी साधकों को भारत के जन-जन का सलाम'
वहीं इसरो की तारीफ करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा, 'जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और यह यात्रा जारी रहेगी.' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "जब मिशन बड़ा होता है तो निराशा से पार पाने की हिम्मत होना चाहिए. मेरी तरफ से आप सभी को बहुत बधाई है. आपने देश की मानव जाति की बड़ी सेवा की है."
Video: पीएम मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों से कहा, उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, हौसला रखें
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