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भारत बंद के दौरान सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसान भगेल राम की हार्ट अटैक से मौत
- Monday September 27, 2021
भारत बंद के दौरान सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसान भगेल राम की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. 54 साल के भगेल राम जालंधर के रहने वाले थे. भारत बंद का पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों में व्यापक असर देखने को मिल रहा है. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए कई ट्रेनें रद्द कर दी गई है.
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किसान आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर कल भारत बंद, सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा 'चक्का जाम'
- Thursday March 25, 2021
26 March Bharat Bandh: सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक सबकुछ बंद रखने का ऐलान किसान संगठनों ने किया है. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने लोगों से भारत बंद का समर्थन करने की अपील की है. एसकेएम ने एक बयान में कहा, ‘‘यह सरकार गरीब लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा और किसानों की फसलों की खरीदारी बढ़ाने की मांग के प्रति असंवेदनशील है.’’
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'भारत बंद' का मिलाजुला असर: बंगाल, बिहार, ओडिशा में ट्रेनें रोकीं, बीजेपी शासित राज्यों में कम प्रभाव
- Tuesday December 8, 2020
Bharat band: पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा में प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर ट्रेनें रोकीं.किसान संगठनों द्वारा आहूत ''भारत बंद'' का मंगलवार को राजस्थान के अनेक इलाकों में शुरुआती असर मिला जुला रहा.प्रदेश की राजधानी जयपुर में ‘मंडियां’ बंद थीं लेकिन दुकान खुली थीं. प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें हैं.
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महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारत बंद का असर, APMC बाजार बंद, निकाली गई रैली
- Tuesday December 8, 2020
भारत बंद के ऐलान को देखते हुए पुलिस की सुरक्षा को भी कई जगहों पर बढ़ा दिया गया था.. पूरे बंद की एक अच्छी बात यह भी रही कि कहीँ पर भी हिंसा कि खबर सामने नहीं आई.. भारत बंद के बाद बुधवार से अब एक बार फिर सभी चीज़ें खुल जाएंगी.. लेकिन क्या किसानों को इस बंद से कोई फायदा होगा, यह देखना अहम होगा.
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Bharat Bandh Updates: ‘भारत बंद’ ने दिखा दिया कि कृषि कानूनों को निरस्त करने की जरूरत है : अमरिंदर
- Tuesday December 8, 2020
Farmers Protest Updates: केंद्र के नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों के आह्वान पर बुलाए गए ‘भारत बंद’ के समर्थन में मंगलवार को देश के कई हिस्सों में दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे और परिवहन पर असर पड़ा.
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8 दिसंबर को भारत बंद, कांग्रेस समेत दर्जन भर दलों का बंद को समर्थन, जानें- कौन-कौन पार्टी शामिल
- Sunday December 6, 2020
Bharat Bandh on Dec 8: ऑल इंडिया किसान संघर्ष कोऑर्डिनेशन कमिटी के बैनर तले बुलाए गए भारत बंद में देशभर के 400 से ज्यादा किसान संगठन शामिल हैं. कांग्रेस के अलावा दूसरे राजनीतिक दलों ने भी उसे समर्थन दिया है. तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल, राजद, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और सपा ने भी भारत बंद का समर्थन किया है.
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"दिल्ली की सभी सड़कों को बंद कर देंगे" : किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का किया एलान
- Friday December 4, 2020
बता दें कि पिछले नौ दिनों से लाखों की संख्या में पंजाब, हरियाणा सहित कई राज्यों के किसान दिल्ली की अलग-अलग राज्यों से लगने वाली सीमाओं पर डटे हुए हैं. केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली चलो नाम से शुरू किया गया आंदोलन अब देशव्यापी आंदोलन बन चुका है. यहां जमा किसानों और प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है, और बढ़ रहा है उनको मिल रहा समर्थन भी.
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पंजाब, हरियाणा और यूपी के कुछ हिस्सों में कृषि विधेयकों को लेकर बड़े पैमाने पर किसानों का विरोध प्रदर्शन
- Friday September 25, 2020
विवादास्पद कृषि बिलों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन में 265 से अधिक किसानों संगठनों ने आज सड़कों पर उतरकर रैलियां की और मार्च निकाले. किसानों ने कहा कि जब तक कि बिलों को वापिस नहीं लिया जाता है तब तक ऐसे ही विरोध जारी रहेगा. कांग्रेस, राजद और तृणमूल जैसे विपक्षी दलों समेत 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने किसानों के समर्थन में आवाज़ उठाई. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कृषि बिलों को "ऐतिहासिक" बताया और किसानों को गुमराह करने के लिए विपक्ष पर निशाना साधा. सरकार ने कहा है कि बिल किसानों को उनकी उपज को बाजारों में बेचने और उनकी पसंद की कीमतों को बेचने की अनुमति देकर बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद करेंगे. हालांकि, किसानों को एमएसपी के नुकसान और कॉरपोरेट की कृषि में एंट्री से डर लग रहा है. किसान कहते हैं कि ये बिल छोटे और सीमांत किसानों के लिए नुकसानकारी है.
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कृषि बिल के खिलाफ देशभर में किसानों का चक्का जाम, पंजाब में रेलवे ट्रैक पर डटे आंदोलनकारी, 13 जोड़ी ट्रेनें टर्मिनेट
- Friday September 25, 2020
अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी द्वारा रेल रोको आंदोलन का आज दूसरा दिन है. कमेटी ने किसान बिल के विरोध में 24 से 26 सितंबर तक रेल रोको आंदोलन चलाया है.
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PM मोदी को हर 2 साल पर सपने बेचने को नई जनता चाहिए, किसानों की बारी आई है
- Friday September 25, 2020
- Ravish Kumar
एक और सपना अभी तक बेचा जा रहा है. 2022-23 में किसानों की आमदनी दुगनी होगी. लेकिन यही नहीं बताया जाता है कि अभी कितनी आमदनी है और 2022 में कितनी हो जाएगी. कई जानकारों ने लिखा है कि किसानों की सालाना औसत आमदनी का डेटा आना बंद हो गया है. हैं न कमाल. पर डेटा बीच-बीच में फाइलों से फिसल कर आ ही जाता है.
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भारत बंद करने जा रहे किसान भाइयों और बहनों को रवीश कुमार का एक पत्र
- Thursday September 24, 2020
- Ravish Kumar
आप भारत बंद कर रहे हैं. आपके भारत बंद से पहले ही आपको न्यूज़ चैनलों ने भारत में बंद कर दिया है. चैनलों के बनाए भारत में बेरोज़गार बंद हैं. जिनकी नौकरी गई वो बंद हैं. इसी तरह से आप किसान भी बंद हैं. आपकी थोड़ी सी जगह अख़बारों के ज़िला संस्करणों में बची है जहां आपसे जुड़ी अनाप-शनाप ख़बरें भरी होंगी मगर उन ख़बरों का कोई मतलब नहीं होगा.
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भारत बंद के दौरान सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसान भगेल राम की हार्ट अटैक से मौत
- Monday September 27, 2021
भारत बंद के दौरान सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसान भगेल राम की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. 54 साल के भगेल राम जालंधर के रहने वाले थे. भारत बंद का पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों में व्यापक असर देखने को मिल रहा है. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए कई ट्रेनें रद्द कर दी गई है.
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किसान आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर कल भारत बंद, सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा 'चक्का जाम'
- Thursday March 25, 2021
26 March Bharat Bandh: सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक सबकुछ बंद रखने का ऐलान किसान संगठनों ने किया है. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने लोगों से भारत बंद का समर्थन करने की अपील की है. एसकेएम ने एक बयान में कहा, ‘‘यह सरकार गरीब लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा और किसानों की फसलों की खरीदारी बढ़ाने की मांग के प्रति असंवेदनशील है.’’
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'भारत बंद' का मिलाजुला असर: बंगाल, बिहार, ओडिशा में ट्रेनें रोकीं, बीजेपी शासित राज्यों में कम प्रभाव
- Tuesday December 8, 2020
Bharat band: पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा में प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर ट्रेनें रोकीं.किसान संगठनों द्वारा आहूत ''भारत बंद'' का मंगलवार को राजस्थान के अनेक इलाकों में शुरुआती असर मिला जुला रहा.प्रदेश की राजधानी जयपुर में ‘मंडियां’ बंद थीं लेकिन दुकान खुली थीं. प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें हैं.
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महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारत बंद का असर, APMC बाजार बंद, निकाली गई रैली
- Tuesday December 8, 2020
भारत बंद के ऐलान को देखते हुए पुलिस की सुरक्षा को भी कई जगहों पर बढ़ा दिया गया था.. पूरे बंद की एक अच्छी बात यह भी रही कि कहीँ पर भी हिंसा कि खबर सामने नहीं आई.. भारत बंद के बाद बुधवार से अब एक बार फिर सभी चीज़ें खुल जाएंगी.. लेकिन क्या किसानों को इस बंद से कोई फायदा होगा, यह देखना अहम होगा.
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Bharat Bandh Updates: ‘भारत बंद’ ने दिखा दिया कि कृषि कानूनों को निरस्त करने की जरूरत है : अमरिंदर
- Tuesday December 8, 2020
Farmers Protest Updates: केंद्र के नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों के आह्वान पर बुलाए गए ‘भारत बंद’ के समर्थन में मंगलवार को देश के कई हिस्सों में दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे और परिवहन पर असर पड़ा.
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8 दिसंबर को भारत बंद, कांग्रेस समेत दर्जन भर दलों का बंद को समर्थन, जानें- कौन-कौन पार्टी शामिल
- Sunday December 6, 2020
Bharat Bandh on Dec 8: ऑल इंडिया किसान संघर्ष कोऑर्डिनेशन कमिटी के बैनर तले बुलाए गए भारत बंद में देशभर के 400 से ज्यादा किसान संगठन शामिल हैं. कांग्रेस के अलावा दूसरे राजनीतिक दलों ने भी उसे समर्थन दिया है. तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल, राजद, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और सपा ने भी भारत बंद का समर्थन किया है.
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"दिल्ली की सभी सड़कों को बंद कर देंगे" : किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का किया एलान
- Friday December 4, 2020
बता दें कि पिछले नौ दिनों से लाखों की संख्या में पंजाब, हरियाणा सहित कई राज्यों के किसान दिल्ली की अलग-अलग राज्यों से लगने वाली सीमाओं पर डटे हुए हैं. केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली चलो नाम से शुरू किया गया आंदोलन अब देशव्यापी आंदोलन बन चुका है. यहां जमा किसानों और प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है, और बढ़ रहा है उनको मिल रहा समर्थन भी.
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पंजाब, हरियाणा और यूपी के कुछ हिस्सों में कृषि विधेयकों को लेकर बड़े पैमाने पर किसानों का विरोध प्रदर्शन
- Friday September 25, 2020
विवादास्पद कृषि बिलों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन में 265 से अधिक किसानों संगठनों ने आज सड़कों पर उतरकर रैलियां की और मार्च निकाले. किसानों ने कहा कि जब तक कि बिलों को वापिस नहीं लिया जाता है तब तक ऐसे ही विरोध जारी रहेगा. कांग्रेस, राजद और तृणमूल जैसे विपक्षी दलों समेत 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने किसानों के समर्थन में आवाज़ उठाई. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कृषि बिलों को "ऐतिहासिक" बताया और किसानों को गुमराह करने के लिए विपक्ष पर निशाना साधा. सरकार ने कहा है कि बिल किसानों को उनकी उपज को बाजारों में बेचने और उनकी पसंद की कीमतों को बेचने की अनुमति देकर बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद करेंगे. हालांकि, किसानों को एमएसपी के नुकसान और कॉरपोरेट की कृषि में एंट्री से डर लग रहा है. किसान कहते हैं कि ये बिल छोटे और सीमांत किसानों के लिए नुकसानकारी है.
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कृषि बिल के खिलाफ देशभर में किसानों का चक्का जाम, पंजाब में रेलवे ट्रैक पर डटे आंदोलनकारी, 13 जोड़ी ट्रेनें टर्मिनेट
- Friday September 25, 2020
अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी द्वारा रेल रोको आंदोलन का आज दूसरा दिन है. कमेटी ने किसान बिल के विरोध में 24 से 26 सितंबर तक रेल रोको आंदोलन चलाया है.
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PM मोदी को हर 2 साल पर सपने बेचने को नई जनता चाहिए, किसानों की बारी आई है
- Friday September 25, 2020
- Ravish Kumar
एक और सपना अभी तक बेचा जा रहा है. 2022-23 में किसानों की आमदनी दुगनी होगी. लेकिन यही नहीं बताया जाता है कि अभी कितनी आमदनी है और 2022 में कितनी हो जाएगी. कई जानकारों ने लिखा है कि किसानों की सालाना औसत आमदनी का डेटा आना बंद हो गया है. हैं न कमाल. पर डेटा बीच-बीच में फाइलों से फिसल कर आ ही जाता है.
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भारत बंद करने जा रहे किसान भाइयों और बहनों को रवीश कुमार का एक पत्र
- Thursday September 24, 2020
- Ravish Kumar
आप भारत बंद कर रहे हैं. आपके भारत बंद से पहले ही आपको न्यूज़ चैनलों ने भारत में बंद कर दिया है. चैनलों के बनाए भारत में बेरोज़गार बंद हैं. जिनकी नौकरी गई वो बंद हैं. इसी तरह से आप किसान भी बंद हैं. आपकी थोड़ी सी जगह अख़बारों के ज़िला संस्करणों में बची है जहां आपसे जुड़ी अनाप-शनाप ख़बरें भरी होंगी मगर उन ख़बरों का कोई मतलब नहीं होगा.
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