11 साल सलाखों के पीछे
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क्या फिर सलाखों के पीछे जाएंगे बिलकिस के गुनाहगार? दोबारा जेल भेजने की याचिका पर आज SC में सुनवाई
- Thursday August 25, 2022
- Edited by: रितु शर्मा
बिलकिस बानो (Bilkis Bano) के दोषियों की रिहाई के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली है. सुप्रीम कोर्ट सुभाषिनी अली व दो अन्य की याचिकाओं पर सुनवाई करेगा. दरअसल साल 2002 के गुजरात दंगों के दौरान बिलकिस बानो (Bilkis Bano) से सामूहिक बलात्कार किया गया था और उनके परिवार के सदस्यों की हत्या कर दी थी.
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ndtv.in
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...और ऐसे जेल से बाहर आ गए बिलकिस बानो केस के गुनाहगार
- Tuesday August 16, 2022
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: सूर्यकांत पाठक
बिलकिस बानो केस (Bilkis Bano case) के गुनाहगार गैंगरेप और हत्या जैसे जघन्य अपराध के दोषी थे लेकिन 15 साल जेल में रहने के बाद वे आजाद हो गए. गुजरात सरकार () ने सभी 11 दोषियों को समय से पूर्व रिहाई दे दी. सवाल यह है कि ऐसे केसों के गुनाहगार जो ताउम्र जेल की सलाखों के पीछे रहने चाहिए वे इतनी जल्दी बाहर कैसे आ गए? इसके पीछे कानूनी दांव पेंच हैं जो सुप्रीम कोर्ट में चले, और फिर मई 2022 में सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला आया जिसका फायदा इन दोषियों को मिल गया.
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अक्षरधाम हमले के 'आरोपी' की आपबीती '11 साल सलाखों के पीछे' हो रही है लोकप्रिय
- Thursday May 14, 2015
किताब की इस शुरुआती सफलता से उत्साहित होकर मुफ्ती अब्दुल कय्यूम अब गुजराती और हिन्दी में भी इसका अनुवाद छपवाने की तैयारी कर रहे हैं। फिलहाल यह किताब गुजराती लिपि में उर्दू में तथा अंग्रेजी में प्रकाशित की गई है।
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गुजरात पुलिस की शर्तों ने नहीं छलकने दिया '11 साल सलाखों के पीछे' का दर्द
- Friday April 17, 2015
इस किताब के सामने आने से गुजरात पुलिस की और किरकिरी होने का जैसे डर हो, उस तरह पुलिस ने इस कार्यक्रम के लिए ये शर्त रखकर उन्हें मंजूरी दी थी कि वो इस कार्यक्रम में न किताब पेश करेंगे और न ही अक्षरधाम हमले के बारे में ज़िक्र करेंगे।
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आतंकवादी के लेबल के साथ 11 साल जेल में रहे कयूम ने किताब में बयां किया दर्द
- Thursday May 14, 2015
रिहाई के एक साल बाद आज भले ही मुफ्ती अब्दुल कयूम दोबारा मदरसे में पढ़ाने लगे हैं, लेकिन वह दुनिया को बताना चाहते हैं कि कैसा महसूस कराता है, एक ऐसे अपराध के लिए 11 साल जेल में बिताना, जो उन्होंने किया ही न हो; कैसा महसूस कराता है बिना किसी सबूत के आतंकवादी का लेबल लगा दिया जाना।
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क्या फिर सलाखों के पीछे जाएंगे बिलकिस के गुनाहगार? दोबारा जेल भेजने की याचिका पर आज SC में सुनवाई
- Thursday August 25, 2022
- Edited by: रितु शर्मा
बिलकिस बानो (Bilkis Bano) के दोषियों की रिहाई के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली है. सुप्रीम कोर्ट सुभाषिनी अली व दो अन्य की याचिकाओं पर सुनवाई करेगा. दरअसल साल 2002 के गुजरात दंगों के दौरान बिलकिस बानो (Bilkis Bano) से सामूहिक बलात्कार किया गया था और उनके परिवार के सदस्यों की हत्या कर दी थी.
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- Tuesday August 16, 2022
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: सूर्यकांत पाठक
बिलकिस बानो केस (Bilkis Bano case) के गुनाहगार गैंगरेप और हत्या जैसे जघन्य अपराध के दोषी थे लेकिन 15 साल जेल में रहने के बाद वे आजाद हो गए. गुजरात सरकार () ने सभी 11 दोषियों को समय से पूर्व रिहाई दे दी. सवाल यह है कि ऐसे केसों के गुनाहगार जो ताउम्र जेल की सलाखों के पीछे रहने चाहिए वे इतनी जल्दी बाहर कैसे आ गए? इसके पीछे कानूनी दांव पेंच हैं जो सुप्रीम कोर्ट में चले, और फिर मई 2022 में सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला आया जिसका फायदा इन दोषियों को मिल गया.
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- Thursday May 14, 2015
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- Friday April 17, 2015
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- Thursday May 14, 2015
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