लखनऊ:
समाजवादी पार्टी में मची जोरदार घमासान के बीच मुलायम सिंह यादव ने हुए कहा है कि समाजवादी पार्टी एकजुट है और चुनावों के बाद अखिलेश यादव ही अगले मुख्यमंत्री होंगे.
मुलायम ने कहा कि पार्टी में एकता के लिए पूरे प्रयास जारी हैं और पार्टी न टूटी है और न टूटेगी. उन्होंने यह भी कहा कि वह जल्द ही चुनाव प्रचार करने के लिए निकलेंगे और हर मंडल में एक-एक सभा करेंगे
इससे पहले दिन में मुलायम सिंह यादव ने इस बात पर जोर दिया कि वह अभी भी पार्टी के अध्यक्ष हैं और उनका अपने बेटे के साथ कोई मतभेद नहीं है.
चुनाव आयोग से सपा के 'साइकिल' सिंबल पर अपनी दावेदारी पेश करने के बाद मीडिया से मुलायम सिंह यादव ने कहा कि एक ही आदमी पार्टी में मतभेद करा रहा है. उस आदमी ने ही हमारे लड़के को बहका दिया है. माना जा रहा है कि उनका इशारा रामगोपाल यादव की तरफ था.
साथ ही मुलायम ने राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी से आग्रह किया है कि उनके चचेरे भाई रामगोपाल यादव को गत 30 दिसंबर को पार्टी से निष्कासन किए जाने के मद्देनजर उनको उच्च सदन में पार्टी नेता पद से हटा दिया जाए.
मुलायम ने राज्यसभा सभापति से यह आग्रह भी किया कि रामगोपाल को पार्टी से निष्कासित किए जाने को ध्यान में रखते हुए उन्हें पिछली सीट पर स्थानांतरित किया जाए. अभी रामगोपाल सदन में अगली कतार में बसपा सुप्रीमो मायावती के पास की सीट पर बैठते हैं.
उधर, अखिलेश यादव गुट ने भी पार्टी के विवादित चिह्न पर जल्द निर्णय की मांग की. रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग के समक्ष जाकर आग्रह किया कि वह पार्टी के विवादास्पद चिह्न ‘साइकिल’ पर जल्द निर्णय करे, क्योंकि यूपी विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 17 जनवरी से शुरू हो जाएगी.
मुलायम ने कहा कि पार्टी में एकता के लिए पूरे प्रयास जारी हैं और पार्टी न टूटी है और न टूटेगी. उन्होंने यह भी कहा कि वह जल्द ही चुनाव प्रचार करने के लिए निकलेंगे और हर मंडल में एक-एक सभा करेंगे
इससे पहले दिन में मुलायम सिंह यादव ने इस बात पर जोर दिया कि वह अभी भी पार्टी के अध्यक्ष हैं और उनका अपने बेटे के साथ कोई मतभेद नहीं है.
चुनाव आयोग से सपा के 'साइकिल' सिंबल पर अपनी दावेदारी पेश करने के बाद मीडिया से मुलायम सिंह यादव ने कहा कि एक ही आदमी पार्टी में मतभेद करा रहा है. उस आदमी ने ही हमारे लड़के को बहका दिया है. माना जा रहा है कि उनका इशारा रामगोपाल यादव की तरफ था.
साथ ही मुलायम ने राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी से आग्रह किया है कि उनके चचेरे भाई रामगोपाल यादव को गत 30 दिसंबर को पार्टी से निष्कासन किए जाने के मद्देनजर उनको उच्च सदन में पार्टी नेता पद से हटा दिया जाए.
मुलायम ने राज्यसभा सभापति से यह आग्रह भी किया कि रामगोपाल को पार्टी से निष्कासित किए जाने को ध्यान में रखते हुए उन्हें पिछली सीट पर स्थानांतरित किया जाए. अभी रामगोपाल सदन में अगली कतार में बसपा सुप्रीमो मायावती के पास की सीट पर बैठते हैं.
उधर, अखिलेश यादव गुट ने भी पार्टी के विवादित चिह्न पर जल्द निर्णय की मांग की. रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग के समक्ष जाकर आग्रह किया कि वह पार्टी के विवादास्पद चिह्न ‘साइकिल’ पर जल्द निर्णय करे, क्योंकि यूपी विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 17 जनवरी से शुरू हो जाएगी.
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