केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू (फाइल फोटो).
बेंगलुरु:
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन के बाद राज्य में पैदा हुए नए राजनीतिक हालात में अन्नाद्रमुक के साथ भाजपा के गठबंधन के बारे में कोई चर्चा करना अभी ‘‘बहुत जल्दबाजी’’ होगी.
वरिष्ठ भाजपा नेता नायडू ने यहां पत्रकारों को बताया, ‘‘(गठबंधन के बारे में) कोई चर्चा करना जल्दबाजी होगी...अभी-अभी तो मैडम (जयललिता) का अंतिम-संस्कार हुआ है. दूसरी बात यह है कि अभी कोई चुनाव नहीं है. इंतजार करिए और देखिए...’ ’ नायडू जयललिता के निधन के बाद तमिलनाडु के सत्ता समीकरण में केंद्र एवं भाजपा की भूमिका के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
यह पूछे जाने पर कि क्या अन्नाद्रमुक को ‘‘स्वाभाविक सहयोगी’’ कहने से उनका मतलब यह है कि पार्टी राजग में शामिल होगी, इस पर नायडू ने कहा, ‘‘मीडिया के कुछ दोस्त स्वाभाविक शब्द का इस्तेमाल करते हैं. मैंने ऐसा कोई शब्द इस्तेमाल नहीं किया. मैंने कहा कि कुछ हद तक वैचारिक समानता है. मैंने यही शब्द इस्तेमाल किया था...’’ उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दों पर अन्नाद्रमुक मोदी सरकार का समर्थन कर रही है और कुछ अन्य पर आलोचना कर रही है.
नायडू ने कहा, ‘‘वह एक स्वतंत्र पार्टी है. उनके साथ हमारा चुनावी गठबंधन नहीं हुआ था. भविष्य में गठबंधन होगा या नहीं, उसमें अभी बहुत वक्त है. यह चर्चा करने का वक्त नहीं है.’’ जयललिता के निधन के बाद अन्नाद्रमुक में ‘‘टूट’’ को ध्यान में रखकर भाजपा कैसी भूमिका निभाने के बारे में सोच रही है, इस पर नायडू ने कहा, ‘‘टूट की बात मैं क्यों करूं. मैं नहीं जानता.’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वरिष्ठ भाजपा नेता नायडू ने यहां पत्रकारों को बताया, ‘‘(गठबंधन के बारे में) कोई चर्चा करना जल्दबाजी होगी...अभी-अभी तो मैडम (जयललिता) का अंतिम-संस्कार हुआ है. दूसरी बात यह है कि अभी कोई चुनाव नहीं है. इंतजार करिए और देखिए...’ ’ नायडू जयललिता के निधन के बाद तमिलनाडु के सत्ता समीकरण में केंद्र एवं भाजपा की भूमिका के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
यह पूछे जाने पर कि क्या अन्नाद्रमुक को ‘‘स्वाभाविक सहयोगी’’ कहने से उनका मतलब यह है कि पार्टी राजग में शामिल होगी, इस पर नायडू ने कहा, ‘‘मीडिया के कुछ दोस्त स्वाभाविक शब्द का इस्तेमाल करते हैं. मैंने ऐसा कोई शब्द इस्तेमाल नहीं किया. मैंने कहा कि कुछ हद तक वैचारिक समानता है. मैंने यही शब्द इस्तेमाल किया था...’’ उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दों पर अन्नाद्रमुक मोदी सरकार का समर्थन कर रही है और कुछ अन्य पर आलोचना कर रही है.
नायडू ने कहा, ‘‘वह एक स्वतंत्र पार्टी है. उनके साथ हमारा चुनावी गठबंधन नहीं हुआ था. भविष्य में गठबंधन होगा या नहीं, उसमें अभी बहुत वक्त है. यह चर्चा करने का वक्त नहीं है.’’ जयललिता के निधन के बाद अन्नाद्रमुक में ‘‘टूट’’ को ध्यान में रखकर भाजपा कैसी भूमिका निभाने के बारे में सोच रही है, इस पर नायडू ने कहा, ‘‘टूट की बात मैं क्यों करूं. मैं नहीं जानता.’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं