उभरती हुई फर्राटा धावक हिमा दास ने अब इंडोनेशिया के जकार्ता में खेले जा रहे एशियाई खेलों की महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा में किए गए फाउल की वजह का खुलासा किया है. हिमा ने एशियाई खेलों में मंगलवार को चार गुणा 400 मीटर मिश्रित टीम स्पर्धा में मोहम्मद अनस, राजीव अरोकिया, एम.आर. पूरवाम्मा के साथ मिलकर रजत पदक जीता था, लेकिन इससे पहले 200 मीटर के सेमीफाइनल में हिमा फाउल कर बैठी थीं और रेस शुरू होने से पहले ही बाहर हो गई थीं. हिमा के बाहर जाने से पूरे देश को बड़ा झटका लगा था क्योंकि वह पदक की दावेदार के रूप में जकार्ता गई थी. रेस में खिलाड़ी तब दौड़ना शुरू करते हैं, लेकिन हिमा से यहीं बड़ी गलती हो गई.
Just added another silver medal to our tally. Thanks to my coaches for their efforts. Also thanks to Federation, Government, family, friends and fans for their support and goodwishes. pic.twitter.com/dYMvSwfMzP
— Hima Das (@HimaDas8) August 28, 2018
बाहर होने के बाद हिमा ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा निकाला और अपने घरेलू राज्य असम के दो लोगों को इसका जिम्मेदार ठहराया जिन्होंने हिमा के मुताबिक एक विवाद पैदा किया थाा. हिमा ने कहा कि मैं बहुत ज्यादा दबाव में थी. दो लोग मेरे खिलाफ बयान दे रहे थे. मैं यहां उनका नाम नहीं लेना चाहती, लेकिन उन्हीं के कारण मैं दबाव में आई और मेरा प्रदर्शन प्रभावित हुआ. उन्हीं के कारण मैं 200 मीटर रेस में फाउल कर बैठी. उन्होंने कहा कि किसी भी खिलाड़ी को इस तरह के दबाव से नहीं गुजरना चाहिए. मुझे ऐसा लगा कि मैंने कुछ किया है. आपसे प्रार्थना है कि यह सब विवाद बंद कीजिए. भविष्य में कई खिलाड़ी निकलने वाले हैं. आईएएएफ विश्व अंडर-20 चैंपियनशिप में स्वर्ण जीत इतिहास रचने वाली हिमा ने कहा रि मैं असम के लोगों खासकर उन दो लोगों से कहना चाहती हूं कि आप किसी तरह के विवाद में न पड़ें.
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इस पोस्ट में हालांकि हिमा का विरोधाभास भी देखने को मिला. उन्होंने इसी पोस्ट में बाद में एशियाई खेलों के कार्यक्रम को अपनी असफलता का जिम्मेदार बताया. हिमा को एक ही दिन में 200 मीटर और चार गुणा 400 मीटर मिश्रित टीम स्पर्धा में ट्रैक पर उतरना था. उन्होंने कहा कि चूंकि मैं नई खिलाड़ी हूं इसलिए मेरे लिए एक ही दिन दो स्पर्धाओं में उतरना मुमकिन नहीं था. हिमा की बात पर असम एथलेटिक्स संघ (एएए) के एक अधिकारी ने प्रतिक्रिया देते हुए आईएएनएस से कहा कि उनका यह बयान सिर्फ बहाना है. अधिकारी ने साथ ही कहा कि पेशेवर खिलाड़ियों से इस तरह के बहानों की उम्मीद नहीं की जाती. अधिकारी ने हिमा के बहाने पर जवाब देते हुए कहा कि उनका 200 मीटर और 400 मीटर स्पर्धा का चुनाव गलत है.
VIDEO: आप खुद ही तय कीजिए कि हिमा दास सच बोल रही हैं या झूठ
रअसल दौड़ में होता क्या है कि जब बंदूक की आवाज होती है, तभी एथलीट दौड़ते हैं. लेकिन हिमा दास बंदूक की आवाज हने से पहले ही दौड़ पड़ीं. और इसी वजह से उन्हें बाहर कर दिया गया. इसी पर हिमा दास ने कहा कि यह इसलिए हुआ वह दबाव महसूस कर रही थीं.
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