यह इमारत बीएमसी की खतरनाक इमारतों की सूची में शामिल थी
- मृतकों में पांच महिलाएं तथा तीन महीने की एक बच्ची भी शामिल
- इमारत को छह महीने पहले खाली करने का नोटिस जारी किया गया
- इमारत में खुले अस्पताल में चल रहा था मरम्मत का काम
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मुंबई:
मुंबई के घाटकोपर उपनगरीय इलाके में मंगलवार की सुबह एक जर्जर चार मंजिला आवासीय इमारत गिरने से मरनेवालों की तादाद बढ़कर 17 हो गई है. इमारत के मलबे से 28 लोगों को ज़िंदा निकाला गया है जिनमें 9 का अस्पताल में इलाज चल रहा है. हादसे के 15 घंटे बाद देर रात एक बजे एक शख्स को ज़िंदा निकाला गया. कुछ लोगों के अब भी मलबे में दबे में होने की आशंका है जिन्हें निकालने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. एनडीआरएफ़ और एसडीआरएफ़ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं. इस बीच हादसे के मुख्य आरोपी सुनील शिताप को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. आरोप है कि शिवसेना से ताल्लुक रखनेवाला सुनील शिताप अवैध निर्माण करा रहा था. फ़िलहाल पुलिस जांच में जुटी है.
उधर, घटना स्थल का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
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महाराष्ट्र के भिवंडी में दो-मंजिला इमारत गिरने से आठ लोगों की मौत
जानकारी के मुताबिक, सुबह 10.43 बजे के आस-पास साईं दर्शन इमारत अचानक ढह गई. बताया गया है कि इमारत में लगभग 12 परिवार रह रहे थे और निचले तल पर एक अस्पताल भी था. मुंबई अग्निशमन विभाग, बीएमसी बचाव दल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) 14 दमकलों, बचाव वाहनों, एंबुलेंस, जेसीबी तथा मेटल कटर के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर राहत और बचाव का काम किया.
बचावकर्मियों ने तकरीबन 9 घंटे बाद मलबे में से किशोर खनचंदानी और ऋत्वी शाह को जिंदा निकाल लिया. वे गंभीर रूप से घायल हैं. यह इमारत बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के खतरनाक इमारकों की सूची में शामिल थी और छह महीने पहले ही उसे खाली करने का नोटिस जारी किया गया था.
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कोलकाता में 100 साल पुरानी इमारत गिरी
बीएमसी आपदा नियंत्रण के मुताबिक, बचाए गए लोगों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. घायलों में दो दमकलकर्मी हैं. बताया गया है कि अस्पताल शिवसेना के स्थानीय नेता का था और इसमें मरम्मत का काम चल रहा था.
VIDEO: घाटकोपर इमारत हादसा : 9 घंटे बाद मलबे से जिंदा निकले दो लोग उधर, राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस देर शाम मुंबई पहुंचे और वे सीधे घटना स्थल पर गए. वहां उन्होंने राहत कार्यों का जायजा लिया तथा प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
उधर, घटना स्थल का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
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बचावकर्मियों ने तकरीबन 9 घंटे बाद मलबे में से किशोर खनचंदानी और ऋत्वी शाह को जिंदा निकाल लिया. वे गंभीर रूप से घायल हैं. यह इमारत बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के खतरनाक इमारकों की सूची में शामिल थी और छह महीने पहले ही उसे खाली करने का नोटिस जारी किया गया था.
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(इनपुट एजेंसियों से भी)
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