
बैकुंठपुर: एमसीबी जिले के वनांचल ब्लॉक भरतपुर और कोटाडोल तहसील से गुजरने वाली गोपद नदी से प्रतिबंधित अवधि में रेत उत्खनन जारी है. अवैध तरीके से रेत खनन करने वाले तस्कर यूपी-एमपी से ताल्लुक रखते हैं. जो प्रशासन की नाक के नीचे दिनदहाड़े बीच में पोकलेन मशीन उतारते हैं और अंधाधुंध रेत खनन करने के बाद यूपी-एमपी में आपूर्ति कर रहे हैं. एसडीएम ने कार्रवाई करते हुए दो ट्रक जब्त किए. लेकिन प्रशासनिक टीम कोटाडोल के ठीसखोली में खड़ी पोकलेन मशीन तक नहीं पहुंच पाई.
अंतरराज्यीय रेत तस्कर गिरोह के सामने प्रशासनिक, पुलिस बेबस हैं. इसी कारण प्रतिबंध लगने के बाद पिछले 18 दिन से अवैध तरीके से रेत खनन जारी है. जबकि राज्य सरकार ने 15 जून से 10 अक्टूबर तक प्रतिबंध लगाया है. हालाकि सोशल मीडिया में मामला उजागर होने के बाद जनकपुर एसडीएम ने दो हाइवा को पकड़ा है. मामले में पुलिस को फटकार लगाई गई है.
फिलहाल पोकलेन मशीन कोटाडोल तहसील के ग्राम ठीसखोली में पड़ी है. मशीन को चोरी-छिपे कभी दिन में नदी के बीच उतारते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासनिक उदासीनता के कारण बारिश नहीं होने पर मशीन से रातभर रेत खनन करते हैं. ग्राम ठीसखोली में नदी किनारे अवैध रेत खनन का अवैध भंडारण स्थल बना लिया गया है. जहां से बड़े-बड़े हाइवा में लोड कर यूपी-एमपी तक आपूर्ति करते हैं. बावजूद प्रशासन की नजर ही नहीं पड़ती है.
जानकारी के अनुसार कोरिया और एमसीबी जिले में एक भी घाट का लीज जारी नहीं हुआ है. पुराने आवंटित लीज को निरस्त कर दिया गया है. ग्राम पंचायत के माध्यम से दोबारा नए सिरे से लीज आवंटन होगा. फिलहाल एक भी वैध रेत घाट नहीं है. दोनों जिले में जितने भी रेत घाट हैं. सारे अवैध तरीके से चल रहे हैं. वहीं, श्रीराम वनगमन मार्ग के प्रवेश द्वार ग्राम हरचोका से गुजरी मवई नदी में पहले आवंटित रेत घाट लीज को भी निरस्त कर दिया गया है. बावजूद अवैध तरीके से प्रशासन की नाक के नीचे दिन-रात अवैध तरीके से पोकलेन मशीन से रेत खनन करते हैं.
कोरिया-एमसीबी की नदी-नाले से 15 जून से 10 अक्टूबर तक रेत खनन पर प्रतिबंध है. साथ ही दोनों जिले में एक भी रेत घाट का लीज नहीं है. नए सिरे से पंचायत के माध्यम से लीज दिया जाएगा. कोटाडोल क्षेत्र में रेत खनन अवैध है. फिलहाल किसी के पास लीज नहीं है.
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