पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) की मतगणना (Vote Counting) के दौरान मतगणना स्थलों की सुरक्षा और चुनाव के बाद हुई हिंसा पर लगाम सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन आयोग ने राज्य में पहले से मौजूद सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) की 82 कंपनियों के अतिरिक्त 200 कंपनियों को तैनात किया है. निर्वाचन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.
बंगाल की 42 लोकसभा सीटों पर देश की बाकी संसदीय सीटों के साथ गुरुवार को मतगणना होगी. मतगणना प्रक्रिया के दौरान तीन स्तरीय कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. मतगणना स्थल के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू रहेगी जबकि सबसे अंदरूनी सुरक्षा घेरा केंद्रीय बलों की निगरानी में रहेगा.
अधिकारी ने निर्वाचन आयोग के निर्देश को उद्धृत करते हुए कहा, “स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए हमारे पास पहले ही सीएपीएफ की 82 कंपनियां हैं. अब निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल में मतगणना केंद्रों और चुनाव बाद हिंसा पर लगाम लगाने के लिए सीएपीएफ की 200 और कंपनियों की तैनाती का निर्देश दिया है.” उन्होंने कहा कि राज्य के 294 विधानसभा क्षेत्रों में 78799 मतदान केंद्रों में फैले 58 मतगणना केंद्रों पर करीब 25 हजार कर्मचारी तैनात होंगे.
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(इनपुट भाषा से)
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