Dual Flush Toilet Benefits: बाथरूम हमारे डेली रूटीन का हिस्सा है. चाहे सुबह की शुरुआत हो या रात की नींद, हर कोई रोजाना शौचालय का इस्तेमाल करता है. पहले भारतीय शैली के शौचालयों में स्क्वाट टॉयलेट ज्यादा आम थे, लेकिन पिछले कुछ सालों से पश्चिमी शैली यानी वेस्टर्न काफी लोकप्रिय हो गए हैं. जिन लोगों को घुटनों की समस्या होती है या फिर बुजुर्ग और जिन्हें बैठने में दिक्कत होती है, उनके लिए वेस्टर्न टॉयलेट ज्यादा सुविधाजनक लगते हैं. वेस्टर्न टॉयलेट फ्लश टैंक पर दो बटन लगे होते हैं, एक बड़ा और एक छोटा. देखने में ये दोनों बटन भले ही साधारण लगे, लेकिन इसका सही इस्तेमाल बहुत ही कम लोगों को पता होता है. इसका सही इस्तेमाल से पानी की काफी बचत होती है.
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टॉयलेट सीट पर दो फ्लश बटन क्यों होते हैं?
दरअसल, आधुनिक शौचालयों में इस्तेमाल होने वाली इस प्रणाली को ड्यूल-फ्लश सिस्टम कहा जाता है. इस प्रणाली में दो बटन होते हैं, एक बड़ा और एक छोटा. छोटा बटन दबाने पर लगभग 3 से 4.5 लीटर पानी का उपयोग होता है. यह बटन हल्के डेली उपयोग यानी तरल अपशिष्ट के लिए उपयुक्त है. कम पानी का उपयोग करने से सिस्टम पर दबाव कम होता है और पानी की बचत होती है. बड़ा बटन अधिक पानी से फ्लश करता है. इस बटन को दबाने पर लगभग 6 लीटर पानी का उपयोग होता है. यह फ्लश ठोस अपशिष्ट की सफाई के लिए उपयोग किया जाता है. तेज बहाव के कारण कमोड की बेहतर सफाई होती है. इन दोनों बटनों का उद्देश्य आवश्यकतानुसार पानी की सही मात्रा का उपयोग करना और पानी की अनावश्यक बर्बादी को रोकना है.
दो बटनों का इस्तेमाल करते समय सबसे आम गलतीबहुत से लोग दोनों बटनों के कार्य को न जानने के कारण एक ही समय में दोनों बटन दबा देते हैं. इससे बहुत अधिक पानी बर्बाद होता है. इससे सिस्टम पर अनावश्यक दबाव पड़ सकता है. इसलिए कमोड का उपयोग करने के बाद, आपको यह स्पष्ट रूप से निर्धारित करके फ्लश करना चाहिए कि कौन सा बटन दबाना है.
टॉयलेट फ्लश टैंक को क्यों और कैसे साफ करें?टॉयलेट फ्लश टैंक पर अक्सर ध्यान नहीं दिया जाता और इसमें गंदगी, कीचड़, कठोर पानी के दाग, सिलिकॉन की धूल या फफूंद जमा हो सकती है. इससे फ्लश ठीक से काम नहीं करता, बटन जाम होना या पानी का बहाव धीमा होना आदि की परेशानी आती है. फ्लश सिस्टम को सही ढंग से चलाने के लिए इसे महीने में एक बार साफ करना आवश्यक है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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