विज्ञापन

कब नहीं कराना चाहिए हेयर ट्रांसप्लांट? Dr. Arika Bansal ने बताए कौनसे रेड फ्लैग्स पता होने जरूरी हैं

Hair Transplant: जिन लोगों के बाल नहीं उगते हैं वे हेयर ट्रांसप्लांट करवाते हैं. लेकिन, हेयर ट्रांसप्लांट करवाने से पहले कुछ बातों के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी होता है. सावधानी ना बरती जाए तो नुकसान भी हो सकता है.

कब नहीं कराना चाहिए हेयर ट्रांसप्लांट? Dr. Arika Bansal ने बताए कौनसे रेड फ्लैग्स पता होने जरूरी हैं
Who Should Not Get A Hair Transplant: डॉक्टर ने बताया किसे हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए.

Hair Care: बालों का झड़ना नहीं रुकता है और सिर पर बालों से ज्यादा स्कैल्प नजर आने लगती है या कहें व्यक्ति गंजेपन का शिकार हो जाता है तो वह हेयर ट्रांसप्लांट (Hair Transplant) करवाने के बारे में सोचता है. हेयर ट्रांसप्लांट करवाना एक तरह की मेडिकल सर्जरी है जो हर किसी के लिए सही नहीं है. इसे अगर सही जानकारी के साथ ना करवाया जाए तो गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. खराब नतीजे तो मिलते ही हैं साथ ही परमानेंट नुकसान हो सकता है और कई बार स्कैल्प से जुड़ी कोई कंडीशन हो सकती है. ऐसे में यह पता होना जरूरी है कि किसे हेयर ट्रांसप्लांट कराना चाहिए और किसे नहीं. इसी बारे में सीनियर हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन, डॉ एरिका बंसल बता रही हैं. जानिए हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़ी कुछ जरूरी बातें.

विटामिन बी12 की कमी होने से शरीर पर क्या लक्षण दिखते हैं? डॉक्टर ने बताया कितना Vitamin B12 जरूरी है आपके लिए

किसे हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए

जिन्हें कोई स्कैल्प कंडीशन हो (Scalp Condition)

सोरायसिस और सेबोरोइक डर्मेटाइटिस - डॉ. एरिका बंसल का कहना है कि ये सूजन वाली स्थितियां घाव भरने में दिक्कत कर सकती हैं और संक्रमण (Infection) के खतरे को बढ़ा सकती हैं. सर्जरी से नए सोरायसिस घाव भी बन सकते हैं जो नए लगाए गए बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसीलिए जिन्हें ये स्कैल्प कंडीशन हो उन्हें हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए.

कोई इंफेक्शन - फंगल इन्फेक्शन जैसी कोई भी सक्रिय बीमारी सर्जरी से पहले पूरी तरह ठीक होनी चाहिए. संक्रमित स्कैल्प पर सर्जरी करने से संक्रमण फैल सकता है और लगाए गए बाल खराब हो सकते हैं.

फॉलिकुलिटिस- सक्रिय फॉलिकुलिटिस यानी बालों के फॉलिकल्स में सूजन की स्थिति में नए लगाए गए बाल एक्टिव नहीं रह पाते और सर्जरी के बाद संक्रमण और भी बढ़ सकता है.

खून जमने से जुड़ी समस्याएं (Blood Clotting Disorders)

ज्यादा खून बहने का खतरा- अगर आपको हीमोफीलिया जैसी खून जमने की बीमारी है या आप खून पतला करने वाली दवाएं लेते हैं, तो आपको सर्जरी के दौरान और बाद में ज्यादा खून बहने का खतरा होता है. यह प्रक्रिया को खतरनाक बना सकता है.

खराब ग्राफ्ट का बचना (Poor Graft Survival): बेकाबू खून बहने से नए लगाए गए बालों (New Hair) को सही खून की सप्लाई नहीं मिल पाती जिससे उनके बचने की संभावना कम हो जाती है. आपको अपने सर्जन को अपनी ऐसी किसी भी स्थिति या दवाओं के बारे में जरूर बताना चाहिए.

अनियंत्रित मधुमेह

अच्छी तरह से नियंत्रित मधुमेह वाले मरीजों के लिए हेयर ट्रांसप्लांट अक्सर सुरक्षित होता है, लेकिन अनियंत्रित मधुमेह एक बड़ा खतरा है.

घाव भरने में देरी- ज्यादा ब्लड शुगर घाव को धीरे-धीरे भरती है और संक्रमण के खतरे को बढ़ाती है.

संक्रमण का ज्यादा खतरा - मधुमेह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.

हृदय संबंधी समस्याएं (Cardiovascular Problems)

हेयर ट्रांसप्लांट एक छोटी सर्जरी है, लेकिन इसमें लोकल एनेस्थीसिया और शरीर पर थोड़ा तनाव पड़ता है.

एनेस्थीसिया से जुड़े खतरे - डॉक्टर का कहना है कि लोकल एनेस्थीसिया दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है, जो अस्थिर हृदय की स्थिति वाले मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है.

दवाओं की चिंता - हृदय रोग वाले मरीज जो अक्सर ब्लड थिनर जैसी दवाएं लेते हैं उन्हें सर्जरी के लिए इन्हें रोकना खतरनाक हो सकता है. आपके सर्जन को आपके कार्डियोलॉजिस्ट से बात करके ही सर्जरी की योजना बनानी चाहिए.

आखिर में डॉ. बंसल कहती हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट से पहले किसी योग्य डॉक्टर से पूरी मेडिकल जांच करवाना सबसे जरूरी है. अपनी पूरी मेडिकल हिस्ट्री बताकर और इन रेड फ्लैग्स पर ध्यान देकर आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि एक नया लुक पाने की आपकी कोशिश आपकी सेहत को जोखिम में न डाले.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com