 
                                            Ayurvedic Benefits of Hibiscus Flower: गुड़हल का फूल जितना सुंदर होता है, उतना ही यह शरीर के लिए फायदेमंद भी है. खासकर आयुर्वेद में इसे एक औषधीय पौधा माना गया है. आयुर्वेद में गुड़हल का इस्तेमाल कई तरह की परेशानियों को हील करने के लिए किया जाता है. इसी कड़ी में आयुर्वेदिक विशेषज्ञ नित्यानंदम श्री ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर कर गुड़हल (Hibiscus) के कुछ फायदे और इसे इस्तेमाल करने का सही तरीका बताया है. नित्यानंदम श्री के अनुसार, गुड़हल शरीर की गर्मी को शांत करने वाला और पित्त दोष को नियंत्रित करने वाला पौधा है. इसे सही तरीके से और सही मात्रा में खाने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में-
गुड़हल के फायदे
पेट की गर्मी और एसिडिटी में फायदेमंदनित्यानंदम श्री बताते हैं, गुड़हल ठंडी तासीर वाला फूल है. यह खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनके शरीर में गर्मी या पित्त ज्यादा होता है. जैसे-जिन्हें अक्सर शरीर में जलन रहती है, पैरों में जलन या एसिडिटी की समस्या होती है. ऐसे लोग गुड़हल का सेवन कर सकते हैं. लेकिन जिन लोगों के शरीर में ठंडक ज्यादा है, जिन्हें कफ की समस्या है या लो ब्लड प्रेशर रहता है, उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
खून की कमीआयुर्वेदिक विशेषज्ञ के मुताबिक, इस फूल में आयरन, कैल्शियम और विटामिन C पाया जाता है, जो खून बढ़ाने में मदद करता है.
आंखों के लिए अच्छाइसमें मौजूद बीटा-कैरोटीन आंखों की रोशनी के लिए लाभकारी है.
  
कमजोरी दूर करे 
गुड़हल शरीर को पोषण देता है और कमजोरी दूर करता है.
कैसे करें सेवन?नित्यानंदम श्री बताते हैं कि लाल रंग का गुड़हल सबसे ज्यादा औषधीय गुणों से भरपूर होता है. फूल के हरे हिस्से और बीच का पराग (Pollen Part) निकालकर बाकी भाग खाया जा सकता है. इसे कच्चा, चाय बनाकर या सूखाकर पाउडर के रूप में लिया जा सकता है.
- शुरुआत में रोज 1 फूल खाएं, फिर धीरे-धीरे 3 फूल तक ले सकते हैं.
- गुड़हल की चाय सुबह या दिन में ली जा सकती है.
- इसका पाउडर 1 चम्मच सुबह और 1 चम्मच रात में लेना भी लाभकारी है.
- गर्भवती महिलाएं या जो महिलाएं गर्भधारण की कोशिश कर रही हैं, उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
- लो ब्लड प्रेशर वाले लोग अगर इसे लेना चाहते हैं तो थोड़ी काली मिर्च के साथ लें, जिससे इसकी ठंडक का असर संतुलित हो जाए.
- आप ठंड के मौसम में भी गुड़हल की चाय बनाकर पी सकते हैं, हालांकि इस समय इसमें काली मिर्च जरूर डालें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
 
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