
Uric Acid Symptoms in Urine: यूरिक एसिड की समस्या आज के समय में बेहद आम हो गई है. पहले जहां ये दिक्कत बड़े-बुजुर्गों में देखने को मिलती थी, अब कम उम्र के युवा भी इससे परेशान रहने लगे हैं. बता दें कि यूरिक एसिड कोई बीमारी नहीं है, बल्कि ये हमारे शरीर में बनने वाला एक वेस्ट प्रोडक्ट होता है, जो प्यूरीन नामक तत्व के टूटने से बनता है. प्यूरीन हमें कुछ खास फूड्स से मिलता है जैसे- रेड मीट, सी फूड, बीयर और दालें आदि. जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा हो जाती है, तो ये खून में जमा होने लगता है और धीरे-धीरे जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमने लगता है. इससे कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं. हालांकि, ज्यादातर लोग इन प्रॉब्लम्स की जड़ को समझ नहीं पाते हैं. यानी लोगों को पता नहीं चल पाता है कि उनके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा बढ़ गई है. ऐसे में आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं इस बात की पहचान कैसे करें, साथ ही जानेंगे यूरिक एसिड से नेचुरल तरीके से निजात पाने के लिए क्या किया जा सकता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इसे लेकर मशहूर आयुर्वेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो में डॉक्टर बताते हैं, यूरिक एसिड बढ़ने पर शरीर में कई तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं. खासकर पेशाब में कुछ संकेत दिखाई देने लगते हैं. जैसे-
- पेशाब का रंग गहरा पीला या लाल हो जाना.
- पेशाब में झाग नजर आना.
- पेशाब में जलन या बार-बार इंफेक्शन की समस्या होना.
- इन सब से अलग यूरिक एसिड की मात्रा बहुत अधिक बढ़ने पर पेशाब में खून भी आ सकता है. इस कंडीशन में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी हो जाता है.
डॉक्टर बताते हैं, यूरिन से अलग आपके शरीर में हाई यूरिक एसिड के और भी कई लक्षण नजर आते हैं. जैसे-
- जोड़ों में दर्द. खासतौर पर घुटनों, टखनों, पैरों के तलवों और हाथ-पैर की उंगलियों में दर्द बढ़ जाता है.
- जोड़ों में सूजन आ जाती है क्योंकि वहां यूरिक एसिड के क्रिस्टल जमा हो जाते हैं. इसे गाउट कहा जाता है.
- बार-बार पथरी बनने पर यूरिक एसिड की जांच जरूर कराएं.
- इन सब से अलग बिना किसी वजह के थकान महसूस होना भी एक लक्षण हो सकता है.
डॉक्टर सलीम जैदी के अनुसार, वैसे तो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए तमाम तरह की दवाएं मौजूद हैं. हालांकि, आप चाहें तो नेचुरल तरीके से भी शरीर में बढ़ते इस वेस्ट प्रोडक्ट से छुटकारा पा सकते हैं. इसके लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर अखरोट को डेली डाइट का हिस्सा बनाने की सलाह देते हैं.
डॉक्टर जैदी के मुताबिक, अगर आप रोज सुबह खाली पेट 2 भीगे हुए अखरोट खाएं, तो इससे यूरिक एसिड का स्तर धीरे-धीरे कम होने लगता है. अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो सूजन को कम करने में मदद करता है. इसके अलावा, अखरोट में प्यूरीन कम होता है, साथ ही ये किडनी के बेहतर फंक्शन में योगदान करता है. किडनी ही यूरिक एसिड को फिल्टर कर पेशाब के साथ शरीर से बाहर निकालने का काम करती हैं. इस तरह अखरोट का सेवन यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असर दिखा सकता है. हालांकि, अगर लक्षण अधिक बढ़ रहे हैं, तो इस कंडीशन में हेल्थ एक्सपर्ट्स से सलाह लेना जरूरी हो जाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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