Healthy green leaves : हरे भरे पेड़-पौधे देखकर हर किसी का मन खुश हो जाता है. ये आपकी आंखों को ही नहीं बल्कि मन को भी बहुत सुकून पहुंचाते हैं. मन कभी दुखी होता है, तो घर के बगीचे में टहल लेने से रिफ्रेशमेंट मिल जाती है. आपको बता दें कि पेड़-पौधे मानसिक सुख देने के अलावा कई बीमारियों में इलाज की तरह भी काम कर सकते हैं, आप सोच रहे होंगे कैसे. असल में कुछ पौधे और पेड़ की पत्तियों में ऐसे औषधि गुण होते हैं जिनके चबाने से ब्लड शुगर से लेकर यूरिक एसिड जैसी गंभीर रोग में राहत मिलता है. फिलहाल हम यूरिक एसिड में किन पत्तियों को चबाना फायदेमंद हो सकता है उसके बारे में बताने वाले हैं.
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यूरिक एसिड में कौन सी पत्ती चबाएं
पान के पत्ते को चबाने से शरीर में बढ़ा हुआ प्यूरिन लेवल कंट्रोल में आता है. इसके खाने से विषाक्त पदार्थ आसानी से बाहर निकल आते हैं. तो इस लिहाज से इस पत्ते को चबाना फायदेमंद है.
धनिया की पत्तियां भी आपके यूरिक को कंट्रोल करती हैं. इसमें इंफ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो यूरिक एसिड में पाए जाने वाले जोड़ों के दर्द से आराम दिलाता है.
सहजन की पत्तियां चबाने से आपके शरीर का बढ़ा हुआ यूरिक एसिड कंट्रोल में आता है. इससे क्रिएटटिनिन में गिरावट आती है. आप करी के पत्ते को भी चबा सकते हैं.
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बस आप गिलोए की ताजी पत्तियां लीजिए और रात भर भिगोकर रख दीजिए. अब सुबह पानी से निकालकर मिक्सी में पीस लीजिए. अब इस पेस्ट को एक गिलास पानी में तब तक उबालें जब तक की वो आधा ना हो जाए. इसके बाद आप इसे छान लीजिए और सिप सिप करके पी लीजिए. आप रोजाना इसका सेवन करते हैं तो बहुत जल्दी बढ़े यूरिक स्तर को नियंत्रित करने में सफल हो जाएंगे.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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