Light Jalakar Sona Chahiye Ya Nahi: कई लोग रात को लाइट जलाकर सोना पसंद करते हैं. कुछ लोगों को अंधेरे से डर लगता है, तो कुछ को टीवी या मोबाइल देखते-देखते नींद आती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी ये छोटी से आदत आपको कई गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है? रात को लाइट जलाकर सोने से न केवल आपकी नींद की क्वालिटी पर असर पड़ता है, बल्कि ऐसा करना कई तरह की शारीरिक समस्याओं का कारण भी बन सकता है. आइए समझते हैं इस बारे में विस्तार से-
रात को सोने से पहले लाइट क्यों बंद कर देनी चाहिए?
गहरी नींद नहीं आतीहेल्थ लाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब आप लाइट जलाकर सोते हैं, तो दिमाग को पूरी तरह आराम नहीं मिल पाता. इससे आपके ब्रेन को लगता है कि अभी दिन ही हो रहा है. इससे शरीर गहरी नींद में नहीं जा पाता. नतीजतन, सुबह उठने पर थकान और सुस्ती महसूस होती है.
डिप्रेशन और मूड खराब होनारिपोर्ट के मुताबिक, रात में खासकर नीली रोशनी (Blue Light) जैसे टीवी, मोबाइल और लैपटॉप से निकलने वाली लाइट आपके मूड को प्रभावित करती है. यह शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को रोकती है. मेलाटोनिन हार्मोन ही आपको नींद लाने में मदद करता है. इसके कारण चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग्स और डिप्रेशन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.
मोटापा बढ़ने का खतराआपको जानकर हैरानी हो सकती है लेकिन केवल लाइट जलाकर सोने से भी मोटापा बढ़ सकता है. एक स्टडी में पाया गया कि जो महिलाएं टीवी या लाइट जलाकर सोती थीं, उनमें मोटापा ज्यादा देखा गया. दरअसल, जब आप लाइट जलाकर सोते हैं, इससे आपको अच्छी नींद नहीं मिल पाती है. ऐसे में अगले दिन आपको ज्यादा भूख लगती है.
अच्छी नींद लेप्टिन (Leptin) और घ्रेलिन (Ghrelin) जैसे भूख को कंट्रोल करने वाले हार्मोन को नियंत्रित करती है. पर्याप्त नींद न लेने से भूख का संकेत देने वाला घ्रेलिन हार्मोन अपना कंट्रोल खो देता है. ये हार्मोन बढ़ जाता है और आपको बार-बार भूख लगने का एहसास होता रहता है. इससे आप जरूरत से ज्यादा खाना खाते हैं, जिससे वजन बढ़ता है.
बीमारियों का खतरा बढ़ता हैइन सब से अलग लंबे समय तक रोशनी में सोने की आदत से नींद की कमी होती है, जिससे ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इस तरह लाइट जलाकर सोने से आपको एक साथ कई नुकसान झेलने पड़ सकते हैं.
कैसे छोड़ें यह आदत?- अगर आपको बिना लाइट जलाए नींद नहीं आती है, तो शुरुआत में लाल रंग की हल्की नाइट लाइट का इस्तेमाल करें, क्योंकि यह मेलाटोनिन पर उतना असर नहीं डालती है.
- सोने से पहले मोबाइल और टीवी बंद कर दें.
- कमरे में ब्लैकआउट पर्दे लगाएं ताकि बाहर की रोशनी अंदर न आए.
- आप सोते हुए आई मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं या आंखों पर कोई मुलायम कपड़ा बांध सकते हैं.
- हर दिन एक ही समय पर सोने और जागने की आदत बनाएं.
- इन सब से अलग सुबह उठते ही सूरज की रोशनी में कुछ समय जरूर बिताएं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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