Madua Roti Benefits: क्या आपने कभी मडुआ की रोटी खाई है. यह सिर्फ रोटी नहीं, बल्कि सेहत का खजाना है. मडुआ को दक्षिण भारत में रागी भी कहा जाता है. उत्तराखंड और पहाड़ी इलाकों में बहुत ही ज्यादा पसंद किया जाता है. इसका स्वाद कुछ-कुछ बाजरे की रोटी जैसा ही होता है, लेकिन इसके हेल्थ बेनिफिट्स उससे कहीं ज्यादा हैं. इसमें कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, ट्रिप्टोफैन, फाइबर, फॉस्फोरस, कैरोटीन और कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में होते हैं. यही कारण है कि यह शरीर को अंदर से मजबूत बनाती है और कई बीमारियों से बचाती है. मडुआ का पौधा लंबाई में एलोवेरा जैसा होता है और इसमें छोटे-छोटे दाने लगते हैं, जिन्हें सुखाकर पीसा जाता है. इसी आटे से मडुआ की रोटी, डोसा, केक या हेल्दी बिस्किट बनाए जाते हैं. इस आर्टिकल में जानिए मडुआ की रोटी खाने के फायदे, इसे कब खाना चाहिए और कौन-सी रोटी सबसे ज्यादा सेहतमंद होती है.
मडुआ की रोटी खाने के क्या फायदे हैं? (Madua Roti Benefits)
1. मडुआ में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो पेट को लंबे समय तक भरा रखती है. इससे अपच, गैस, कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याएं दूर होती हैं.
2. इसमें मौजूद ट्रिप्टोफैन अमीनो एसिड भूख को कंट्रोल करता है. इससे बार-बार भूख नहीं लगती और वजन धीरे-धीरे घटने लगता है.
3. मडुआ में फैट की मात्रा बहुत कम होती है, जो इसे वजन कम करने वालों के लिए परफेक्ट डाइट बनाती है.
4. मडुआ में कैल्शियम की मात्रा दूध से भी ज्यादा होती है. रोजाना इसकी रोटी खाने से दांत मजबूत होते हैं, मसूड़ों की कमजोरी दूर होती है और हड्डियों में मजबूती आती है. यह ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों में भी फायदेमंद मानी जाती है.
5. मडुआ ग्लूटन फ्री और लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला अनाज है. यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है. डायबिटीज के मरीज अगर रोजाना एक टाइम इसकी रोटी खाएं तो उन्हें काफी राहत मिलती है.
6. मडुआ में मौजूद फाइबर और अमीनो एसिड्स शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करते हैं और दिल की सेहत बनाए रखते हैं.

मडुआ खाने के क्या फायदे हैं? (What are benefits of eating Madua)
सिर्फ रोटी ही नहीं, मडुआ के अन्य रूप भी फायदेमंद हैं. मडुआ के आटे से बना दलिया या खिचड़ी शरीर को एनर्जी देता है. रागी ड्रिंक (Ragi Malt) पिलाने से बच्चों की हड्डियां मजबूत होती हैं.
इसमें मौजूद लेशिथिन और मिथियोनिन लीवर और नर्व सिस्टम को मजबूत बनाते हैं. मडुआ एक नेचुरल डिटॉक्स फूड है, जो शरीर से टॉक्सिन निकालकर आपको फिट और एक्टिव रखता है.
मडुआ की रोटी कब खाई जाती है? (Best time to eat Madua roti)
मडुआ की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे सर्दियों के मौसम में खाना सबसे फायदेमंद माना जाता है. सुबह ब्रेकफास्ट या दोपहर के लंच में इसे मक्खन या देसी घी के साथ खाया जा सकता है. उत्तराखंड और हिमाचल में लोग इसे गुड़ और मक्खन के साथ खाना पसंद करते हैं. सर्दियों में रोजाना 1-2 मडुआ की रोटियां खाने से शरीर गर्म रहता है, जोड़ों का दर्द और सर्दी-जुकाम से भी बचाव होता है. हालांकि, अगर किसी तरह की समस्या है तो डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए.
कौन सी रोटी सबसे ज्यादा सेहतमंद है? (Which roti is healthiest)
हमारे देश में गेहूं, बाजरा, ज्वार, मक्का और मडुआ जैसी कई रोटियां खाई जाती हैं, लेकिन अगर बात सबसे हेल्दी रोटी की करें तो मडुआ (रागी) को बेस्ट माना जाता है, क्योंकि इसमें कैल्शियम, आयरन, फाइबर और प्रोटीन भरपूर होते हैं, जो वजन घटाने, डायबिटीज कंट्रोल और हड्डियों की मजबूती में मदद करते हैं. वहीं बाजरे की रोटी सर्दियों में शरीर को गर्म रखती है और एनर्जी देती है, जबकि ज्वार की रोटी ग्लूटन-फ्री और फाइबर से भरपूर होती है, जो पाचन और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल के लिए फायदेमंद है. गेहूं की रोटी बेसिक पोषण तो देती है, लेकिन इसमें ग्लूटन ज्यादा होता है. इसलिए अगर आप हेल्दी रहना चाहते हैं, तो हफ्ते में 3-4 दिन मडुआ की रोटी को अपनी डाइट में जरूर शामिल कर सकते हैं. यह स्वादिष्ट और सेहत दोनों केलिए बेस्ट होता है.
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