
Migraine Pain Remedy: सिर में दर्द होना एक आम समस्या है, जो कई कारणों के चलते हो सकती है. हालांकि, आज के समय में सिरदर्द से अलग माइग्रेन की परेशानी ज्यादा आम होती जा रही है. माइग्रेन का दर्द आमतौर पर सिर के एक तरफ होता है. ये दर्द इतना तेज होता है कि कई बार दवाइयां भी देर से असर करती हैं. इससे अलग माइग्रेन का दर्द होने पर व्यक्ति को मिचली आना, उल्टी होना, रोशनी और तेज आवाज से परेशानी होना जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है.
अब, अगर आप भी अक्सर इन समस्या का सामना करते हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. यहां हम आपको माइग्रेन के पेन को जल्दी ठीक करने का एक बेहद आसान और असरदार तरीका बता रहे हैं.
इससे पहले जान लेते हैं कि आखिर माइग्रेन का दर्द होता क्यों है-
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, माइग्रेन का कोई एक कारण नहीं होता, लेकिन कुछ चीजें माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती हैं, जैसे-
- ज्याजा तनाव लेना
- नींद की कमी
- तेज रोशनी या तेज आवाज के संपर्क में ज्यादा देर तक रहना
- भूखे रहना या देर से खाना खाना
- हार्मोनल बदलाव (जैसे महिलाओं में पीरियड्स के समय)
- इन सब से अलग खराब डाइट भी माइग्रेन के दर्द को ट्रिगर कर सकती है.
मामले को लेकर फेमस हार्वर्ड डॉक्टर सौरभ सेठी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर बताते हैं, माइग्रेन की परेशानी को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता है लेकिन इसे कंट्रोल में लाने और दर्द को तुरंत कम करने के कई असरदार तरीके मौजूद हैं. एक ऐसा ही तरीका है पैरों को गर्म पानी में भिगोकर रखना.
माइग्रेन का दर्द होने पर आप कुछ देर के लिए अपने पैरों को गर्म पानी में भिगोकर रख सकते हैं.
कैसे काम करता है ये तरीका?डॉ. सेठी के मुताबिक, माइग्रेन के समय सिर में खून का बहाव बढ़ जाता है, जिससे दर्द और दबाव महसूस होता है. अब, जब आप अपने पैरों को गर्म पानी में डालते हैं, तो इससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन थोड़ा बदल जाता है. गर्म पानी पैरों में खून का बहाव बढ़ा देता है और सिर से खून का दबाव कम होने लगता है. इससे दिमाग की नसों पर से तनाव कम होता है और दर्द में राहत मिलती है. ये तरीका माइग्रेन का इलाज नहीं है, हालांकि इससे दर्द से राहत जरूर मिल सकती है.
डॉ. सेठी से अलग कुछ अन्य हेल्थ रिपोर्ट्स भी इस तरीके को फायदेमंद बताती हैं. गर्म पानी मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और स्ट्रेस को घटाता है, जो माइग्रेन का एक बड़ा कारण हो सकता है. ऐसे में ये तरीका खासकर उन लोगों के लिए मददगार हो सकता है, जो बार-बार दवाइयों का सहारा नहीं लेना चाहते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं