Healthy Diet: जब व्यक्ति को कोई बीमारी होती है या फिर उसे किसी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत से गुजरना पड़ता है तो उसकी डाइट में भी जरूरी बदलाव किए जाते हैं. क्या खाना है, क्या पीना है और किन चीजों से परहेज करना है इसका खास ख्याल रखा जाता है. आमतौर पर स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों (Health Problems) में सब्जी, फल और दालों की बात होती है, लेकिन आटे में थोड़ा-बहुत बदलाव करके भी स्वास्थ्य को अलग-अलग दिक्कतों में दुरुस्त रखा जा सकता है. अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर न्यूट्रिशनिस्ट तनवी टुटलानी ने ऐसे 5 आटा मिक्सेस (Flour Mixes) की बात की है जो PCOS, थायराइड, डायबिटीज और बढ़ते वजन से निजात पाने के लिए खाए जा सकते हैं. आप भी जानिए किस दिक्कत में कौनसे आटे मिलाकर रोटी बनाई जा सकती है.
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किस दिक्कत में खाएं कौनसा आटा खाएं
न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, PCOS में रागी और ज्वार के आटे को मिलाकर रोटी बनाई जा सकती है. रागी के आटे में हाई प्रोटीन और फाइबर कंटेंट होता है. इसमें कैल्शियम की भी अच्छी मात्रा होती है और यह ग्लूटन फ्री भी है. इस आटे से स्किन डैमेज दूर होने और वजन कम होने में भी मदद मिलती है. ज्वार के आटे की बात करें तो इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, यह ग्लूटन फ्री होता है, इसमें प्रोटीन और आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.
थायराइड में बाजरा और ज्वार का आटा साथ मिलाया जा सकता है. बाजरा (Bajra) को सुपरफूड कहा जाता है. इस आटे से एनर्जी लेवल्स बढ़ते हैं, कॉलेस्ट्रोल कम होता है, यह एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है और शरीर के बुरे कॉलेस्ट्रोल को कंट्रोल करने में भी असरदार है. इस आटे के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर की इंफ्लेमेशन को कम करते हैं.
डायबिटीज (Diabetes) की दिक्कत में रागी और चने का आटा साथ मिला सकते हैं. फाइबर से भरपूर होने के चलते रागी का आटा ब्लड शुगर कंट्रोल करने में असरदार होता है. इस आटे से ब्लड शुगर स्पाइक यानी अचानक से ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा कम होता है. वहीं, चने का आटा सोल्यूबल फाइबर का अच्छा स्त्रोत है और ब्लड शुगर लेवल्स मेंटेन करने में मददगार है.
वजन घटाने (Weight Loss) के लिए गेंहू, ओट्स और सोया का आटा मिक्स करके रोटियां बनाई जा सकती हैं. इस आटा मिक्स से शरीर का बढ़ता वजन कंट्रोल हो सकता है. इस आटे की रोटियां खाने पर देर तक पेट भरा रहता है और ओवरईटिंग की संभावना कम होने लगती है.
दिल की सेहत दुरुस्त रखने के लिए वीट ब्रान, रागी और ओट्स मिलाकर आटा तैयार किया जा सकता है. न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार हर रोटी में 30 ग्राम तक आटा ही होना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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