Side effects of using phone in toilet: आजकल ज्यादातर लोग टॉयलेट जाते समय भी अपने साथ फोन ले जाते हैं. वहीं स्क्रॉलिंग या वीडियो देखने की आदत अब एक आम बात बन चुकी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपकी सेहत के लिए कितनी हानिकारक हो सकती है? इसे लेकर एम्स और हार्वर्ड से प्रशिक्षित मशहूर डॉक्टर सौरभ सेठी ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की है. इस पोस्ट में डॉक्टर ने टॉयलेट में फोन यूज करने के कई बड़े नुकसान बताए हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में, साथ ही जानेंगे शौच करते समय कितनी देर बैठना चाहिए-
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क्यों नहीं ले जाना चाहिए टॉयलेट में फोन?
बवासीर का खतरा बढ़ता हैडॉक्टर सेठी के अनुसार, जो लोग टॉयलेट में फोन यूज करते हैं, उनमें बवासीर का खतरा 46% ज्यादा होता है. लंबे समय तक बैठने से गुदा की नसों पर दबाव बढ़ता है, जिससे सूजन या दर्द जैसी समस्या हो सकती है.
जरूरत से ज्यादा देर बैठनाफोन यूज करने वाले लोग आमतौर पर 5 मिनट से ज्यादा समय टॉयलेट में बिता देते हैं, जबकि बिना फोन वाले सिर्फ 2–3 मिनट में निकल आते हैं. सोशल मीडिया ऐप्स इस तरह बनाए गए हैं कि आप समय का अंदाजा ही नहीं लगा पाते. स्क्रॉलिंग करते-करते मिनटों का पता नहीं चलता और टॉयलेट टाइम बढ़ जाता है.
पेल्विक फ्लोर को सपोर्ट नहीं मिलताडॉक्टर आगे बताते हैं, टॉयलेट सीट आपके पेल्विक फ्लोर को कोई सहारा नहीं देती. लंबे समय तक बैठने से इस हिस्से पर दबाव बढ़ता है, जिससे दर्द और कमजोरी हो सकती है.
जितना कम बैठेंगे, उतना बेहतरडॉक्टर सेठी कहते हैं, अगर आप टॉयलेट में 5 मिनट से ज्यादा समय बिताते हैं, तो बवासीर का खतरा और बढ़ जाता है. लगभग 50–66% लोग अपने जीवन में कभी न कभी बवासीर से परेशान होते हैं. यह न सिर्फ दर्दनाक होती है बल्कि इलाज में भी खर्चीली साबित होती है. इसलिए कोशिश करें कि टॉयलेट टाइम 5 मिनट के अंदर ही खत्म हो.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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