विराट कोहली
10वें आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. निश्चित तौर पर इस आईपीएल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर भुला देना चाहेगी. हालांकि तीन बार के रनर्स-अप की विदाई सुखद रही. अपने आखिरी मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने दिल्ली डेयरडेविल्स को 10 रनों से हरा दिया. लेकिन यह टीम आईपीएल के इस संस्करण में अपने शर्मनाक प्रदर्शन को हमेशा याद रखेगी, जिसमें उसे सिर्फ तीन मर्तबा ही जीत का स्वाद चखने का मौका मिला.
यह बात सही है कि इस लचर प्रदर्शन के लिए टीम का हर बल्लेबाज जिम्मेदार है लेकिन जब टीम में विश्व का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हो तो निगाहें और दिमाग उससे हटते ही नहीं. जी हां... बात हो रही है टीम के कप्तान और इंटरनेशनल क्रिकेट में रिकॉर्डों की लाइन लगा देने वाले विराट कोहली की. 10वें आईपीएल में विराट कोहली ने 10 मैच खेले जिनमें वह सिर्फ 308 रन ही बना पाए. 308 रनों में उनके चार अर्धशतक शामिल हैं. कंधे में चोट के चलते वह टूर्नामेंट के पहले तीन मैच नहीं खेल पाए थे. पिछले वर्ष 13 मैचों में उन्होंने चार शतक और सात अर्धशतक के साथ कुल 973 रन ठोके थे.
यह कहना गलत नहीं होगा कि विराट कोहली के शानदार प्रदर्शन ने 2016 में टीम को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. लेकिन इस वर्ष टीम अंका तालिका में सबसे नीचे है.
2011 के बाद से अगर विराट कोहली के बैटिंग रिकॉर्ड पर नजर डालें तो इस वर्ष उनका सबसे खराब प्रदर्शन रहा. हालांकि 2008 से 2010 के बीच भी विराट कोहली कोई खास कमाल नहीं दिखा पाए थे. उनका स्कोर 2008 में 165, 2009 में 246 और 2010 में 307 तक ही सीमित रहा था. लेकिन उस दौर में विराट विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज नहीं थे. क्रिकेटप्रेमियों की निगाहें उन पर अभी जितनी नहीं रहती थीं. अगर आप औसत की बात करें तो 2017 की तुलना में 2014 और 2012 में विराट का खेल और भी खराब रहा. तब आरसीबी प्लेऑफ में भी जगह नहीं बना पाई थी.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पास विराट के अलावा गेंदबाजों के पसीने छुड़ा देने वाले दो और बल्लेबाज हैं- एबी डिविलियर्स और क्रिस गेल. लेकिन इस बार ये दोनों धुरंधर भी फेल हो गए. डिविलियर्स ने जहां 9 मैचों में सिर्फ 216 रन बनाए, वहीं क्रिस गेल भी 9 मैचों में महज 200 रन ही बना पाए.
अब विराट कोहली का अगला टारगेट चैंपियंस ट्रॉफी है. अंतिम लीग मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ विराट का अर्धशतक टीम इंडिया के लिए नि:संदेह अच्छी खबर है. लेकिन क्या हम मान सकते हैं कि कप्तान विराट की खोई फॉर्म वापस आ चुकी है? टीम इंडिया के सामने ये खिताब बचाने की चुनौती होगी. आठ 'चैंपियन' टीमों के बीच होने वाला ये 'मिनी वर्ल्ड कप' 1 से 18 जून तक इंग्लैंड और वेल्स में खेला जायेगा.
यह बात सही है कि इस लचर प्रदर्शन के लिए टीम का हर बल्लेबाज जिम्मेदार है लेकिन जब टीम में विश्व का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हो तो निगाहें और दिमाग उससे हटते ही नहीं. जी हां... बात हो रही है टीम के कप्तान और इंटरनेशनल क्रिकेट में रिकॉर्डों की लाइन लगा देने वाले विराट कोहली की. 10वें आईपीएल में विराट कोहली ने 10 मैच खेले जिनमें वह सिर्फ 308 रन ही बना पाए. 308 रनों में उनके चार अर्धशतक शामिल हैं. कंधे में चोट के चलते वह टूर्नामेंट के पहले तीन मैच नहीं खेल पाए थे. पिछले वर्ष 13 मैचों में उन्होंने चार शतक और सात अर्धशतक के साथ कुल 973 रन ठोके थे.
यह कहना गलत नहीं होगा कि विराट कोहली के शानदार प्रदर्शन ने 2016 में टीम को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. लेकिन इस वर्ष टीम अंका तालिका में सबसे नीचे है.
2011 के बाद से अगर विराट कोहली के बैटिंग रिकॉर्ड पर नजर डालें तो इस वर्ष उनका सबसे खराब प्रदर्शन रहा. हालांकि 2008 से 2010 के बीच भी विराट कोहली कोई खास कमाल नहीं दिखा पाए थे. उनका स्कोर 2008 में 165, 2009 में 246 और 2010 में 307 तक ही सीमित रहा था. लेकिन उस दौर में विराट विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज नहीं थे. क्रिकेटप्रेमियों की निगाहें उन पर अभी जितनी नहीं रहती थीं. अगर आप औसत की बात करें तो 2017 की तुलना में 2014 और 2012 में विराट का खेल और भी खराब रहा. तब आरसीबी प्लेऑफ में भी जगह नहीं बना पाई थी.
वर्ष | मैच | रन | सर्वश्रेष्ठ | औसत | 100 | 50 |
2017 | 10 | 308 | 64 | 30.80 | 0 | 4 |
2016 | 16 | 973 | 113 | 81.08 | 4 | 7 |
2015 | 16 | 505 | 82* | 45.90 | 0 | 3 |
2014 | 14 | 359 | 73 | 27.61 | 0 | 2 |
2013 | 16 | 634 | 73 | 45.28 | 0 | 6 |
2012 | 16 | 364 | 73* | 28.00 | 0 | 2 |
2011 | 16 | 557 | 71 | 46.41 | 0 | 4 |
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पास विराट के अलावा गेंदबाजों के पसीने छुड़ा देने वाले दो और बल्लेबाज हैं- एबी डिविलियर्स और क्रिस गेल. लेकिन इस बार ये दोनों धुरंधर भी फेल हो गए. डिविलियर्स ने जहां 9 मैचों में सिर्फ 216 रन बनाए, वहीं क्रिस गेल भी 9 मैचों में महज 200 रन ही बना पाए.
अब विराट कोहली का अगला टारगेट चैंपियंस ट्रॉफी है. अंतिम लीग मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ विराट का अर्धशतक टीम इंडिया के लिए नि:संदेह अच्छी खबर है. लेकिन क्या हम मान सकते हैं कि कप्तान विराट की खोई फॉर्म वापस आ चुकी है? टीम इंडिया के सामने ये खिताब बचाने की चुनौती होगी. आठ 'चैंपियन' टीमों के बीच होने वाला ये 'मिनी वर्ल्ड कप' 1 से 18 जून तक इंग्लैंड और वेल्स में खेला जायेगा.
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