येस बैंक के ग्राहक बुधवार शाम 6 बजे से सभी बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठा पाएंगे. साथ ही बैंक खाते से निकासी पर लगी सीमा भी हट जाएगी. इससे अब ग्राहक खाते से 50,000 से ज्यादा रुपये की निकासी कर सकेंगे. रिजर्व बैंक ने पांच मार्च को येस बैंक के निदेशक मंडल को हटाकर नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया था. निदेशक मंडल की जगह पर प्रशासक की नियुक्ति की गई थी. इसके बाद येस बैंक के खाताधारकों के लिये अधिकतम पचास हजार रुपये की निकासी समेत कुछ बैंकिंग सेवाओं पर रोक लगा दी गयी थी। ये रोक 18 मार्च (आज) शाम से समाप्त होने वाली है. इससे ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी.
पुनर्गठन योजना को सरकार की मंजूरी मिलने के बाद सोमवार को संकटग्रस्त येस बैंक के शेयर में 58 प्रतिशत से अधिक की जबरदस्त उछाल देखी गयी. बीएसई में येस बैंक के शेयर ने शानदार वापसी करते हुए 58.12 प्रतिशत की छलांग लगायी. एनएसई में भी इसका शेयर 58.12 प्रतिशत उछलकर 40.40 रुपये पर रहा. बीएसई में इसके 112.78 लाख शेयरों तथा एनएसई में 9.55 करोड़ शेयरों का कारोबार हुआ.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले सप्ताह कहा था कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने येस बैंक के पुनर्गठन की योजना को मंजूरी दे दी है. सीतारमण ने कहा था, "केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से प्रस्तावित पुनर्गठन योजना को मंजूरी दे दी है. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) येस बैंक में 49 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी खरीदेगा और अन्य निवेशकों को भी आमंत्रित किया जाएगा. इस अधिसूचना के सात दिन के भीतर निदेशक मंडल का गठन कर लिया जाएगा. प्रस्तावित योजना के मुताबिक, एसबीआई येस बैंक में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगा और कम से कम से तीन तक उसे येस बैंक में अपनी 26 फीसदी हिस्सेदारी बरकरार रखनी होगी.