नेता जी की फाइल तस्वीर
कोलकाता:
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस से जुड़ी फाइलें सार्वजनिक करने के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने सोमवार को नेताजी और उनसे जुड़े मामलों के वर्ष 1938-1947 के बीच के कैबिनेट के दस्तोवज भी सार्वजनिक कर दिए।
राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दस्तावेज आजादी-पूर्व भारत के लिए गोपनीय रहे होंगे, लेकिन वर्तमान में इन्हें सार्वजनिक करने की जरूरत है। इसलिए हमने उन्हें सार्वजनिक किया।’’
ममता ने उस दौरान हुई कैबिनेट की 401 बैठकों के दस्तावेजों की सूचनाओं वाली एक सीडी भी जारी की। इस अवधि में ‘भारत छोड़ आंदोलन’, बंगाल का आकाल और बंगाल विभाजन जैसी घटनाएं हुई थीं।
प्रदेश सरकार ने इसी महीने नेताजी से जुड़ी 64 फाइलें सार्वजनिक की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये दस्तावेज राज्य अभिलेखागार, राज्य सूचना केन्द्र और राज्य केन्द्रीय पुस्तकालय में जनता, अनुसंधानकर्ताओं, इतिहास लेखकों और छात्रों के लिए उपलब्ध होंगे।
उन्होंने कहा कि इन फाइलों के डिजिटलाइजेशन का काम 2013 में शुरू हुआ। फिलहाल 1947 के बाद 10 वर्षों के कैबिनेट दस्तावेजों के डिजिटलाइजेशन का काम चल रहा है।
राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दस्तावेज आजादी-पूर्व भारत के लिए गोपनीय रहे होंगे, लेकिन वर्तमान में इन्हें सार्वजनिक करने की जरूरत है। इसलिए हमने उन्हें सार्वजनिक किया।’’
ममता ने उस दौरान हुई कैबिनेट की 401 बैठकों के दस्तावेजों की सूचनाओं वाली एक सीडी भी जारी की। इस अवधि में ‘भारत छोड़ आंदोलन’, बंगाल का आकाल और बंगाल विभाजन जैसी घटनाएं हुई थीं।
प्रदेश सरकार ने इसी महीने नेताजी से जुड़ी 64 फाइलें सार्वजनिक की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये दस्तावेज राज्य अभिलेखागार, राज्य सूचना केन्द्र और राज्य केन्द्रीय पुस्तकालय में जनता, अनुसंधानकर्ताओं, इतिहास लेखकों और छात्रों के लिए उपलब्ध होंगे।
उन्होंने कहा कि इन फाइलों के डिजिटलाइजेशन का काम 2013 में शुरू हुआ। फिलहाल 1947 के बाद 10 वर्षों के कैबिनेट दस्तावेजों के डिजिटलाइजेशन का काम चल रहा है।
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