
- बारिश के मौसम में टमाटर की सप्लाई में कमी के कारण कीमतें तेजी से बढ़ने लगती हैं
- भारी बारिश से टमाटर की खेती प्रभावित होती है और पानी भरने के कारण किसान फसल समय पर नहीं निकाल पाते हैं
- टमाटर या किसी भी सब्जी के बढ़े दाम सीधे आम आदमी की जेब पर असर डालते हैं
Tomato Price Hike: बारिश का मौसम शुरू होते ही एक बार फिर टमाटर का रंग लाल होता जा रहा है. भारतीय बाजारों में टमाटर की कीमतें आसमान छूने लगती हैं और ये 80 से लेकर 100 रुपये किलो तक बिक रहा है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में ये कीमतें और ज्यादा बढ़ सकती हैं. अब भले ही लोग सरकार को कोसते हुए टमाटर खरीद रहे हों, लेकिन आज हम आपको इसके लाल होने का कारण बताएंगे. साथ ही इस पर भी जानकारी देंगे कि हर साल इसी सीजन में टमाटर के दाम बढ़ने की खबरें सामने क्यों आती हैं.
क्यों हो रहा है टमाटर लाल?
किसी भी सब्जी के महंगे होने का सबसे पहला कारण उसकी सप्लाई में कमी आना होता है. भारी बारिश के चलते टमाटर की खेती पर असर पड़ता है, साथ ही पानी भरने के चलते किसान फसल नहीं निकाल पाते हैं. इस मौसम में ट्रांसपोर्टेशन को लेकर भी कई तरह की चुनौतियां होती हैं. ऐसे में इसका सीधा असर बाजार और मंडियों की कीमतों पर पड़ता है. मंडियों तक नई फसल पहुंचने में देरी होने से टमाटर के दाम लगातार ऊपर जाते हैं और सप्लाई आने तक ये महंगे ही रहते हैं.
कैसे बिगड़ रहा है घर का बजट
किसी भी तरह की महंगाई का सीधा और सबसे ज्यादा असर आम आदमी पर पड़ता है. ऐसा होने पर लोगों की जेब कटती है और महीने का पूरा हिसाब बिगड़ जाता है. जहां लोग पहले 200 या 300 रुपये में पूरे हफ्ते की सब्जी खरीदकर लाते थे, वहीं अब 80 से 100 रुपये तो टमाटर पर खर्च करने पड़ रहे हैं. यानी महीने का पूरा बजट बिगड़ना तो तय है. ऐसे में लोग अपने खाने में कटौती करते हैं और सब्जी में एक की जगह आधा टमाटर यूज करने लगते हैं. सब्जी मंडी से भी जहां पहले एक किलो टमाटर आते थे, वहीं अब लोग कीमतें कम होने की उम्मीद में एक पाव या आधा किलो ही खरीद रहे हैं.
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मानसून कैसे बनता है वजह?
अब उस सवाल पर आते हैं कि आखिर मानसून में ही टमाटर और बाकी सब्जियों के दाम क्यों बढ़ने लगते हैं. दरअसल इसका कारण हम आपको पहले भी बता चुके हैं, ये भारी और लगातार होने वाली बारिश की वजह से होता है. जिन राज्यों से टमाटर आते हैं, वहां भारी बारिश के चलते फसल को नुकसान पहुंचता है. साथ ही कई किसानों के खेतों में पानी भर जाता है, जिससे वो समय टमाटर की फसल नहीं काट पाते हैं. इससे मार्केट में नए टमाटर की कमी होती है और इसका असर कीमतों पर पड़ने लगता है.
किन राज्यों में होते हैं सबसे ज्यादा टमाटर?
भारत के कई राज्यों में टमाटर की खेती होती है, लेकिन कुछ राज्य ऐसे हैं जो इसकी पैदावार में सबसे ऊपर आते हैं. मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा टमाटर उत्पादन मध्य प्रदेश में होता है. देश का 14.63 प्रतिशत टमाटर इसी राज्य से आता है. इसके बाद आंध्र प्रदेश दूसरे नंबर पर आता है. कर्नाटक तीसरे नंबर पर और तमिलनाडु चौथे स्थान पर आता है. ओडिशा में भी टमाटर की बंपर फसल होती है. हालांकि मानसून में ये राज्य कई बार बाढ़ की चपेट में आते हैं, जिसके चलते टमाटर की खेती और फिर देशभर में उसके दाम पर असर पड़ता है.
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