
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को वन पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और श्रम मंत्रालय की उपलब्धियों के बारे में बताने, को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि देश में वन पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और श्रम की स्थिति को और बेहतर करने के लिए खास तौर पर काम किया गया है. मोदी सरकार के इन प्रयासों का ही नतीजा है कि देश में शेरों की कुल आबादी में 42 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. वहीं चीता विलुप्त हो चुका था लेकिन हमने ऐसी परिस्थितियां स्थापित की जिनकी वजह से आज देश में चीते भी हैं और उनकी संख्या भी लगातार बढ़ रही है.
हमारे प्रयासों से अमृत सरोवर की संख्या बढ़ी है
इतना ही नहीं हमारी सरकार ने देश में मिष्टी योजना लागू की. इसकी वजह से अमृत सरोवर की संख्या बढ़ी. हमारी सरकार ने ये भी साबित किया कि जीवनशैली में परिवर्तन कर मौसम में होने वाले परिवर्तन से लड़ा जा सकता है. ऐसे ही हमारे सरकार की मिशन लाइफ पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जोर रहा है.
"रोजगार बढ़ाने पर भी है हमारा फोकस"
उन्होंने कहा कि बात अगर श्रम मंत्रालय कि की जाए तो हमनें रोजगार के लिए एनसीसी पोर्टल लॉन्च किया है. तीन करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन कराया गया है. साथ ही हमनें असंगठित क्षेत्र के लिए पोर्टल भी लॉन्च किया है. हमने पीएम श्रमयोगी मानदेय योजना भी लागू की. साथ ही साथ श्रम सुविधा पोर्टल भी लॉन्च किया गया है. हमारी सरकार ने चार नए लेबर कोड भी बनाए. गरीबों को समय पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ESIC अस्पतालों की संख्या बढ़ाई गई. उन्होंने कहा कि संगठित क्षेत्र में रोजगार बढ़े हैं.
"ममता बनर्जी पर बरसे केंद्रीय मंत्री"
केंद्रीय मंत्री से जब ममता बनर्जी द्वारा पीएम पर हमला करने को लेकर सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं, जो शासन को पंगु बना रहे हैं. इस तरह के लोगों के खिलाफ भाजपा लडाई लड़ रही है, ऐसे में उनका तिलमिलाना स्वाभाविक है. केंद्रीय मंत्री ने चीतों की मौत पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट सही गति पर जा रहा है ऐसा विशेषज्ञ मानते हैं. एक वर्ष पूरा होने का है. मौसम बदलता है. टेरेटरी की पहचान करनी होती है. शिकार की पहचान करनी होती है. हम सफल सिद्ध होंगे. हमारा देश जल्द ही एक उदाहरण पेश करेगा.
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