नई दिल्ली:
जब्त किए गए मादक पदार्थों को नष्ट करने की कार्र्वाई पर सुप्रीम कोर्ट ने सवाल उठाए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि यह कैसे पता चलेगा कि जो नष्ट किया गया वह मादक पदार्थ ही था, कुछ और नहीं। यह बेहद गंभीर और चिंता का विषय है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मादक पदार्थों को लेकर हालात बेहद खराब हैं। सरकारी रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है। खबर आती है कि 50 करोड़ की हेरोइन जब्त हुई, लेकिन वह हेरोइन जाती कहां है? हमारे पिछले अनुभव बताते हैं कि अफसर भी मादक पदार्थों की गड़बड़ी में शामिल रहते हैं। अगर ऐसा है तो इससे बुरा नहीं हो सकता।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा कि एक हफ्ते में हलफनामा दाखिल कर बताएं कि दिल्ली में मादक पदार्थों को जब्त करने के बाद क्या किया जाता है, और किस प्रणाली के तहत उन्हें नष्ट किया जाता है। कोर्ट ने संकेत दिया कि इस मामले में निचली अदालतों और हाइकोर्ट को निगरानी का जिम्मा सौंपा जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मादक पदार्थों को लेकर हालात बेहद खराब हैं। सरकारी रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है। खबर आती है कि 50 करोड़ की हेरोइन जब्त हुई, लेकिन वह हेरोइन जाती कहां है? हमारे पिछले अनुभव बताते हैं कि अफसर भी मादक पदार्थों की गड़बड़ी में शामिल रहते हैं। अगर ऐसा है तो इससे बुरा नहीं हो सकता।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा कि एक हफ्ते में हलफनामा दाखिल कर बताएं कि दिल्ली में मादक पदार्थों को जब्त करने के बाद क्या किया जाता है, और किस प्रणाली के तहत उन्हें नष्ट किया जाता है। कोर्ट ने संकेत दिया कि इस मामले में निचली अदालतों और हाइकोर्ट को निगरानी का जिम्मा सौंपा जा सकता है।
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