विज्ञापन
This Article is From Sep 26, 2020

सुशांत केस : 'गला दबाकर मारने' के दावे पर आमने सामने हुए रिया और सुशांत के परिवार के वकील

सुशांत के परिवार के वकील की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानेशिंदे ने आज सीबीआई से मामले में एक नया मेडिकल बोर्ड गठित करने का आग्रह किया है.

सुशांत केस : 'गला दबाकर मारने' के दावे पर आमने सामने हुए रिया और सुशांत के परिवार के वकील
नई दिल्ली:

Sushant Singh Rajput case : अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती (Rhea Charkraborty) के वकील ने सुशांत सिंह राजपूत के परिवार पर उनकी मौत की सीबीआई जांच में हस्तक्षेप करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. रिया के वकील ने ये आरोप सुशांत के परिवार के वकील द्वारा पत्रकारों को ये बताए जाने के एक दिन बाद लगाया है कि एम्स के एक डॉक्टर ने उन्हें कहा है कि 34 वर्षीय अभिनेता की गला दबाकर हत्या कर दी गई. सुशांत के परिवार के वकील ने कहा था कि डॉक्टर एम्स टीम का हिस्सा थे जिसने मामले में फोरेंसिक परीक्षण किया था.

सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के वकील ने विकास सिंह शुक्रवार को ट्वीट किया, “एसएसआर के आत्महत्या को मर्डर में बदलने के लिए सीबीआई द्वारा निर्णय लेने में देरी से निराश हूं. एम्स टीम का हिस्सा रहे डॉक्टर ने मुझे लंबे समय पहले बताया था कि मेरे द्वारा भेजी गई तस्वीरों में 200% का संकेत है कि यह गला घोंटने से मौत है और आत्महत्या नहीं."

यह भी पढ़ें- परिवार के वकील का दावा, 'एम्‍स के डॉक्‍टर ने बताया-सुशांत सिह राजपूत का गला घोंटा गया'

हालांकि, एम्स फॉरेंसिक टीम के प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता ने कहा है, "सीबीआई को अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं मिला है... अंतिम बैठक निर्धारित की जानी है. सिर्फ तस्वीरें देखकर कोई निर्णायक राय नहीं बनाई जा सकती थी. हमारी राय स्पष्ट और साक्ष्य के आधार पर निर्णायक होगी. "

सिंह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानेशिंदे ने आज सीबीआई से मामले में एक नया मेडिकल बोर्ड गठित करने का आग्रह किया है ताकि जांच निष्पक्ष और अनुमान से मुक्त हो सके. एक बयान में उन्होंने कहा, “तस्वीरों के आधार पर SSR मामले में डॉ गुप्ता की अगुवाई वाली टीम में AIIMS के एक डॉक्टर द्वारा 200 प्रतिशत निष्कर्ष का खुलासा एक खतरनाक प्रवृत्ति है. जांच को निष्पक्ष और निष्कासन से मुक्त रखने के लिए, सीबीआई को एक नया मेडिकल बोर्ड गठित करना चाहिए."

यह भी पढ़ें- बॉलीवुड के सितारों पर NCB का कसता शिकंजा, दीपिका पादुकोण सबसे बड़ा नाम

बयान आगे कहा गया है, "बिहार चुनाव की पूर्व संध्या पर स्पष्ट कारणों के लिए पूर्व-निर्धारित परिणाम तक पहुंचने के लिए एजेंसियों पर दबाव डाला जा रहा है. हमने डीजी पांडे के वीआरएस को कुछ दिन पहले ही देखा है. ऐसे कदमों की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए."

सुशांत के वकील ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में कहा था कि दिवंगत अभिनेता राजपूत का परिवार इस बात से निराश है कि जांच पटरी से उतर चुकी है. उन्होंने कहा था कि राजपूत परिवार को लगता है कि जांच इस तरह से हो रही जिससे सच्चाई सामने नहीं आ रही है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) का मामला मुंबई पुलिस की जाँच जैसा हो गया है और सभी सितारों को अब बुलाया जा रहा है। जिन लोगों को बुलाया जा रहा है. यह मुंबई पुलिस की जांच के जैसा ही है.

CBI ने अब तक हत्या का केस क्यों नहीं दर्ज किया : विकास सिंह

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com