IIMC के दीक्षांत समारोह में सुमित्रा महाजन होंगी मुख्य अतिथि
नई दिल्ली:
भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC) आगामी 7 दिसंबर को अपना 51वां दीक्षांत समारोह 51st Convocation of IIMC) मनाने जा रहा है. 2017-18 बैच के लिए आयोजित होने वाले इस समारोह में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन (Sumitra Mahajan) बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगी. दिल्ली स्थित आईआईएमसी (IIMC) कैंपस में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत सुबह साढ़े दस बजे से होगी. इस मौके पर छात्रों को उनकी डिग्री दी जाएगी. कार्यक्रम में आईआईएमसी (IIMC) के निदेशक केजी सुरेश संस्थान के प्रोफेसर व कर्मचारी भी शामिल होंगे. बता दें कि आईआईएमसी को कुछ दिन पहले ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय से भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) को डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा दिया है.
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सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले, देश में पत्रकारिता के अग्रणी संस्थानों में से एक आईआईएमसी में पत्रकारिता, विज्ञापन और जनसंपर्क में डिप्लोमा पाठ्यक्रम की पढाई होती है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने आईआईएमसी के प्रस्ताव का आकलन करने के लिए पिछले साल माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति बी के कुठियाला के नेतृत्व में चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया था.यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘कमेटी की अनुशंसा और निरीक्षण दल के फीडबैक के आधार पर यूजीसी ने सिफारिश की है कि मंत्रालय को ‘डे नोवो' श्रेणी के तहत पत्रकारिता संस्थान को आशय पत्र जारी किया जाना चाहिए.
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इस दर्जे से संस्थान डिप्लोमा की जगह डिग्री प्रदान कर सकेगा.''‘डे नोवो' का संदर्भ ऐसे संस्थान के लिए दिया जाता है जहां ज्ञान के उभरते क्षेत्र में अध्यापन और शोध को बढ़ावा दिया जाता है. आईआईएमसी को डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा दिए जाने का विचार नया नहीं है. सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने 2016 में भी योजना को मंजूरी दी थी. आईआईएमसी का पिछले पांच साल में विस्तार हुआ है. दिल्ली और ढेंकानाल के अलावा जम्मू, अमरावती, कोट्टायम और एजल में नया कैंपस खोला गया है.
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सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले, देश में पत्रकारिता के अग्रणी संस्थानों में से एक आईआईएमसी में पत्रकारिता, विज्ञापन और जनसंपर्क में डिप्लोमा पाठ्यक्रम की पढाई होती है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने आईआईएमसी के प्रस्ताव का आकलन करने के लिए पिछले साल माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति बी के कुठियाला के नेतृत्व में चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया था.यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘कमेटी की अनुशंसा और निरीक्षण दल के फीडबैक के आधार पर यूजीसी ने सिफारिश की है कि मंत्रालय को ‘डे नोवो' श्रेणी के तहत पत्रकारिता संस्थान को आशय पत्र जारी किया जाना चाहिए.
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