कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
लोकसभा में कांग्रेस सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार से सवाल किया कि आईएसआई के अधिकारी को कैसे पठानकोट जाने दिया गया। सिंधिया ने पठानकोट आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के संयुक्त जांच दल में वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारी के आने का मुद्दा उठाया। वहीं दूसरी ओर जल संसाधन एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने कहा कि कांग्रेस को गंगा की कोई चिंता नहीं है, उसे पाकिस्तान की याद आती है।
परस्परता या सहयोग
संसद में बजट सत्र के दौरान सिंधिया ने कहा कि पठानकोट हमले के बाद पाकिस्तान से एक जांच दल आया और इस जांच दल में आईएसआई का एक अधिकारी भी शामिल था। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान के जांच दल को भारत आने की अनुमति देने के बारे में पूछा गया तब हमारी सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि यह परस्परता एवं आदान प्रदान के तहत लिया गया फैसला है। कांग्रेस सदस्य के मुताबिक जब पाकिस्तानी उच्चायुक्त से इस बारे में पूछा गया तब उनका कहना था कि यह परस्परता और आदान प्रदान का नहीं बल्कि सहयोग का विषय है। जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत के एनआईए को पाकिस्तान जाने की अनुमति दी जायेगी, तब उन्होंने कहा कि इसका अनुमान आप लगा सकते हैं।
सिंधिया ने कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत की नीति भावनात्मकता पर आधारित नहीं हो सकती बल्कि इसका ठोस आधार होना चाहिए। आईएसआई के अधिकारी को कैसे आने दिया गया। इसके बाद अध्यक्ष ने प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने को कहा, हालांकि इसके बाद भी कांग्रेस सदस्यों ने कुछ समय तक इस विषय को उठाने देने की मांग जारी रखी। संसदीय कार्य मंत्री एम वैंकया नायडू ने कहा कि वह इस विषय पर राजनीति कर रहे हैं। आज प्रश्नकाल शुरू होने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी बात रखना चाहते थे। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उन्हें इसकी अनुमति देते हुए कहा कि वह इजाजत दे रही हैं लेकिन इसे परिपाटी नहीं बनाया जाए।
परस्परता या सहयोग
संसद में बजट सत्र के दौरान सिंधिया ने कहा कि पठानकोट हमले के बाद पाकिस्तान से एक जांच दल आया और इस जांच दल में आईएसआई का एक अधिकारी भी शामिल था। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान के जांच दल को भारत आने की अनुमति देने के बारे में पूछा गया तब हमारी सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि यह परस्परता एवं आदान प्रदान के तहत लिया गया फैसला है। कांग्रेस सदस्य के मुताबिक जब पाकिस्तानी उच्चायुक्त से इस बारे में पूछा गया तब उनका कहना था कि यह परस्परता और आदान प्रदान का नहीं बल्कि सहयोग का विषय है। जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत के एनआईए को पाकिस्तान जाने की अनुमति दी जायेगी, तब उन्होंने कहा कि इसका अनुमान आप लगा सकते हैं।
सिंधिया ने कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत की नीति भावनात्मकता पर आधारित नहीं हो सकती बल्कि इसका ठोस आधार होना चाहिए। आईएसआई के अधिकारी को कैसे आने दिया गया। इसके बाद अध्यक्ष ने प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने को कहा, हालांकि इसके बाद भी कांग्रेस सदस्यों ने कुछ समय तक इस विषय को उठाने देने की मांग जारी रखी। संसदीय कार्य मंत्री एम वैंकया नायडू ने कहा कि वह इस विषय पर राजनीति कर रहे हैं। आज प्रश्नकाल शुरू होने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी बात रखना चाहते थे। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उन्हें इसकी अनुमति देते हुए कहा कि वह इजाजत दे रही हैं लेकिन इसे परिपाटी नहीं बनाया जाए।
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