बेंगलुरु:
कांग्रेस ने सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत पर पार्टी नेता संदीप दीक्षित के बयान से किनारा करते हुए इसकी आलोचना की है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि संदीप दीक्षित ने जो कहा, वो गलत है. उन्होंने ये भी कहा कि नेताओं को आर्मी चीफ के बारे में बयानबाज़ी नहीं करनी, चाहिए क्योंकि वो पूरे देश के सेना प्रमुख हैं.
बेंगलुरु में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति की बैठक को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'प्रेस में से किसी ने आज मुझे बताया कि एक कांग्रेस नेता ने थलसेना प्रमुख के बारे में टिप्पणी की है. यह पूरी तरह से गलत है. राहुल ने कहा, 'लोगों को सेना प्रमुख के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि भारतीय सेना हमारे लिए काम करती है, यह भारत की सुरक्षा करती है. किसी राजनीतिक नेता को थलसेना के प्रमुख पर टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है.'
इससे पहले, संदीप दीक्षित के बयान की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था हम कांग्रेस नेतृत्व खास तौर पर सोनिया गांधी से मांग करते हैं कि सेना का अपमान करने वाले ऐसा नेता के खिलाफ कार्रवाई करें. गौरतलब है कि संदीप दीक्षित ने जनरल रावत के सार्वजनिक बयानों को लेकर रविवार को उनकी तुलना 'सड़क के गुंडे' से कर दी. पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा, 'पाकिस्तानी थल सेना की तरह हमारी माफिया थलसेना नहीं है, जो सड़क के गुंडों की तरह बयानबाजी करती है. जब हमारे थलसेना प्रमुख 'सड़क के गुंडे' की तरह बयान देते हैं तो बुरा लगता है.'
उनके इस बयान से बड़ा विवाद पैदा हो गया. कांग्रेस ने आनन-फानन में दीक्षित के बयान से पल्ला झाड़ लिया. थलसेना प्रमुख के खिलाफ की गई दीक्षित की टिप्पणी पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है? कांग्रेस ने भारतीय थल सेनाध्यक्ष को 'सड़क का गुंडा' कहने की हिमाकत कैसे की?'
चौतरफा आलोचना के बाद दीक्षित ने अपना बयान वापस लिया और माफी मांगी. संदीप दीक्षित ने ट्वीट किया, 'थलसेना प्रमुख की एक टिप्पणी पर मेरा ऐतराज है, लेकिन मुझे उचित शब्द चुनने चाहिए थे. मैं माफी मांगता हूं.'
बेंगलुरु में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति की बैठक को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'प्रेस में से किसी ने आज मुझे बताया कि एक कांग्रेस नेता ने थलसेना प्रमुख के बारे में टिप्पणी की है. यह पूरी तरह से गलत है. राहुल ने कहा, 'लोगों को सेना प्रमुख के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि भारतीय सेना हमारे लिए काम करती है, यह भारत की सुरक्षा करती है. किसी राजनीतिक नेता को थलसेना के प्रमुख पर टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है.'
इससे पहले, संदीप दीक्षित के बयान की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था हम कांग्रेस नेतृत्व खास तौर पर सोनिया गांधी से मांग करते हैं कि सेना का अपमान करने वाले ऐसा नेता के खिलाफ कार्रवाई करें. गौरतलब है कि संदीप दीक्षित ने जनरल रावत के सार्वजनिक बयानों को लेकर रविवार को उनकी तुलना 'सड़क के गुंडे' से कर दी. पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा, 'पाकिस्तानी थल सेना की तरह हमारी माफिया थलसेना नहीं है, जो सड़क के गुंडों की तरह बयानबाजी करती है. जब हमारे थलसेना प्रमुख 'सड़क के गुंडे' की तरह बयान देते हैं तो बुरा लगता है.'
उनके इस बयान से बड़ा विवाद पैदा हो गया. कांग्रेस ने आनन-फानन में दीक्षित के बयान से पल्ला झाड़ लिया. थलसेना प्रमुख के खिलाफ की गई दीक्षित की टिप्पणी पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है? कांग्रेस ने भारतीय थल सेनाध्यक्ष को 'सड़क का गुंडा' कहने की हिमाकत कैसे की?'
चौतरफा आलोचना के बाद दीक्षित ने अपना बयान वापस लिया और माफी मांगी. संदीप दीक्षित ने ट्वीट किया, 'थलसेना प्रमुख की एक टिप्पणी पर मेरा ऐतराज है, लेकिन मुझे उचित शब्द चुनने चाहिए थे. मैं माफी मांगता हूं.'
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