
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान समय में रेडीमेड गारमेन्ट, मोबाइल रिपेयरिंग और फूड प्रोसेसिंग क्षेत्रों में रोजगार की बड़ी सम्भावनाएं हैं. इन क्षेत्रों में कौशल विकास के प्रयास होने चाहिए. मुख्यमंत्री ने यहां तृतीय विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, 'वर्तमान समय में रेडीमेड गारमेन्ट, मोबाइल रिपेयरिंग, फूड प्रोसेसिंग आदि में रोजगार की बड़ी सम्भावनाएं हैं. इन क्षेत्रों में कौशल विकास के प्रयास होने चाहिए. नौजवानों को कौशल विकास से होने वाले लाभ के प्रति जागरूक किए जाने की भी आवश्यकता है.' उन्होंने कहा कि कृषि के बाद टेक्सटाइल ही सबसे अधिक रोजगार मुहैया कराने वाला क्षेत्र है. प्रदेश में इस क्षेत्र में विकास की व्यापक सम्भावनाएं हैं. प्रदेश में बंद टेक्सटाइल मिलों को संचालित किए जाने की जरूरत है. इससे प्रदेश में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे.
योगी ने इस अवसर पर व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग की 101 विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण, कौशल विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन तथा सेवायोजित प्रशिक्षणार्थियों को नियुक्ति पत्र का वितरण भी किया.
योगी ने कहा, 'मेरा मानना है कि धरती पर कोई भी अयोग्य नहीं है. केवल ऐसे योजक की आवश्यकता है, जो उसे दिशा दे सके. राज्य सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा विभाग देश के सबसे ज्यादा युवा आबादी वाले प्रदेश के नौजवानों को कौशल विकास के माध्यम से दिशा देने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि प्रतिदिन अनेक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, लेकिन ट्रैफिक नियमों की पूरी जानकारी देकर कुशल ड्राइवर बनाने अथवा पारम्परिक रूप से राजमिस्त्री, कारपेन्टर आदि का काम करने वालों को आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण देने की भी योजना नहीं थी, जबकि ऐसे लोगों को उचित प्रशिक्षण देकर उनकी कमाई को कई गुना बढ़ाया जा सकता है. इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
योगी ने इस अवसर पर व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग की 101 विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण, कौशल विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन तथा सेवायोजित प्रशिक्षणार्थियों को नियुक्ति पत्र का वितरण भी किया.
योगी ने कहा, 'मेरा मानना है कि धरती पर कोई भी अयोग्य नहीं है. केवल ऐसे योजक की आवश्यकता है, जो उसे दिशा दे सके. राज्य सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा विभाग देश के सबसे ज्यादा युवा आबादी वाले प्रदेश के नौजवानों को कौशल विकास के माध्यम से दिशा देने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि प्रतिदिन अनेक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, लेकिन ट्रैफिक नियमों की पूरी जानकारी देकर कुशल ड्राइवर बनाने अथवा पारम्परिक रूप से राजमिस्त्री, कारपेन्टर आदि का काम करने वालों को आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण देने की भी योजना नहीं थी, जबकि ऐसे लोगों को उचित प्रशिक्षण देकर उनकी कमाई को कई गुना बढ़ाया जा सकता है. इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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