केंद्र सरकार ने अमेजन (Amazon) से देशभर में 'डिजिटल विलेज' (Digital villages) विकसित करने में भागीदारी का का आग्रह किया है. जेफ बेजोस के स्वामित्व वाली ऑनलाइन रिटेल की दिग्गज कंपनी की ओर से भारत में फ्लैगशिप गेजेट्स शुरू किए जाने की घोषणा वाले दिन ही सरकार की ओर से यह आग्रह किया गया है. सरकार की मंशा देश के कारीगरों द्वारा तैयार किए गए सामान और आयुर्वेदिक सामान की वैश्विक बिक्री को 'ऊंचाई' देने के लिए दुनिया के सबसे धनी शख्स में से एक बेजोस की कंपनी के नेटवर्क का इस्तेमाल करने की है.
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इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री रविशंकर प्रसाद (Electronics Minister Ravi Shankar Prasad) ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट Koo पर कहा, 'आईटी मंत्रालय कई डिजिटल विलेज स्थापित करने जा रहा है. अमेजन भारत में इनमें से कुछ को चुनकर इन्हें सच्चे डिजिटल विलेज के रूप में विकसित कर सकता है. अमेजन को छोटी स्थानीय शॉप्स के साथ मिलकर भी काम करना चाहिए और अपने कारोबार का विस्तार करने के लिए उन्हें हिस्सेदार बनाना चाहिए.' गौरतलब है कि Koo को जैक डार्सी की ट्विटर के भारतीय विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है. ट्विटर को कथित विवादास्पद कंटेट मामले में काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.
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रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'हमने अमेजन इंडिया से से भारतीय कारीगरों की ओर से बनाए गए सामान और देश के आयुर्वेदिक उत्पाद के लिए वैश्विवक बाजार तैयार करने में मदद करने का आग्रह किया है. अमेजन वैश्विक कंपनी है लेकिन अमेजन इंडिया को भारतीय कंपनी की तरह व्यवहार करते हतुए भारतीय बिजनेस समुदाय और संस्कृति के साथ कनेक्ट करना होगा.'केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि अमेजन इंडिया के शीर्ष अधिकारी अमित अग्रवाल और चेतन कृष्णस्वामी के साथ उनकी मुलाकात हुई है और अच्छी चर्चा हुई है.
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