
जून में बीजेपी कोर ग्रुप और आरएसएस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत के बाद नाम तय होगा.(फाइल फोटो)
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वाईएसआर कांग्रेस ने दिया बीजेपी को समर्थन
टीआरएस और एआईएडीएमके ने भी दिए समर्थन के संकेत
विपक्ष के पास बहुमत के आंकड़े का अभाव
उधर टीआरएस और एआईएडीएमके के दोनों धड़े भी एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करने का संकेत दे रही है. टीआरएस के पास 22,048 वोट हैं जबकि एआईएडीएमके के दोनों धड़ों के पास 59,224 वोट हैं. इस तरह से एनडीए के पास जरूरी बहुमत से भी अधिक आंकड़ा बनने के आसार हैं.
दांवपेंच
उधर, विपक्ष भी गठजोड़ करने में लगा है. कमान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संभाली है. नीतीश कुमार जैसे विपक्षी नेता सोनिया गांधी से इस संबंध में मुलाकात कर चुके हैं. संभावना है कि सोनिया गांधी सोमवार को तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी से मिलेंगी. लेकिन विपक्ष के पास आंकड़ें नहीं हैं, ऐसे में ये सांकेतिक मुकाबला ही होगा.
विपक्ष की अधिकांश पार्टियों को मिला कर करीब 3,91,739 वोट बनते हैं. कांग्रेस की उम्मीदें बीजेडी, टीआरएस, एआईएडीएमके और वाईएसआर कांग्रेस पर टिकी हैं लेकिन बीजेडी को छोड़ कर बाकी सभी पार्टियां एनडीए के साथ जाने को तैयार दिख रही है.
संभावित नाम
सत्तापक्ष
अब सवाल ये है कि अगला राष्ट्रपति कौन हो सकता है. फिलहाल तो इसका जवाब सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास है. हालांकि बीजेपी नेताओं में कई नामों की चर्चा है. सत्ता पक्ष की तरफ से लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू या शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू का नाम लिया जा रहा है. हालांकि आखिरी मौके पर किसी चौंकाने वाले नाम से इनकार नहीं किया जा सकता. जून में बीजेपी कोर ग्रुप और आरएसएस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत के बाद नाम तय होगा.
विपक्ष
वहीं विपक्ष की ओर से पूर्व राजनयिक और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी और मीरा कुमार के नामों पर चर्चा चल रही है. महात्मा गांधी के सबसे छोटे पौत्र गोपालकृष्ण गांधी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि इनसे इस संबंध में संपर्क साधा गया है. हालांकि यह भी कहा कि यह बेहद शुरुआती स्तर की बातचीत है और इससे आगे उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
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