विज्ञापन
This Article is From May 31, 2015

'मन की बात' में बोले पीएम मोदी - 'वन रैंक, वन पेंशन' जरूर लागू होगा, धैर्य रखें

'मन की बात' में बोले पीएम मोदी - 'वन रैंक, वन पेंशन' जरूर लागू होगा, धैर्य रखें
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार 'वन-रैंक-वन पेंशन' (ओआरओपी) के उलझे हुए मसले का जल्द ही हल निकालेगी और सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों का हित उनके लिए विश्वास और देशभक्ति का मसला है।

पीएम मोदी ने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में कहा, "पूर्व सैन्यकर्मियों का हित मेरे लिए विश्वास और देशभक्ति का मसला है।"

उन्होंने कहा, "यह सरकार, मैं फिर दोहराता हूं कि यह सरकार ओआरओपी मसले का हल जरूर निकालेगी। मैं प्रधानमंत्री की हैसियत से बात नहीं कर रहा हूं। 40 सालों से ओआरओपी एक सवाल है और अब तक इस बारे में कोई कदम नहीं उठाया गया है।"

मोदी ने ओआरओपी के मुद्दे को जटिल और 40 सालों से लंबित बताते हुए कहा कि सरकार के संबंधित अधिकारी इस मुद्दे का हल निकालने में जुटे हैं। उन्होंने पूर्व सैन्यकर्मियों से मुद्दे को लेकर राजनीतिक रुख नहीं अपनाने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा, "हर बात की जानकारी मीडिया को देने की कोई जरूरत नहीं है। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि यह सरकरा 'वन रैंक, वन पेंशन' का जल्द ही समाधान निकालेगी।"

सालों से लंबित ओआरओपी की मांग पूरी नहीं होने के कारण सरकार से नाराज देश की सशस्त्र सेना के सेवानिवृत्त हो चुके सैनिकों ने कहा था कि वे इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के साथ लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं और अगले महीने अपना आंदोलन शुरू करेंगे।

पीएम मोदी ने कहा, "मैं सभी सैनिकों से अनुग्रह करता हूं कि जो लोग इस मुद्दे पर राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं, वे पिछले 40 सालों से आपके साथ खेल रहे हैं। मैं ऐसा कोई कदम उठाना नहीं चाहता, जिससे यह मुद्दा अधिक जटिल बन जाए। मुझे कुछ समय और दीजिए। आपने 40 साल तक इंतजार किया है, मुझे भी थोड़ा समय दीजिए। मुझे इस समस्या का समाधान निकालने का अवसर दीजिए।"

'मन की बात' में जनता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने हाल ही में शुरू की गई सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर संतोष जताया। उन्होंने यह भी कहा कि वह देश में गरीबी के खिलाफ गरीबों की फौज खड़ी करना चाहते हैं।

मोदी ने कहा, "20 दिनों में ही 8.52 करोड़ लोग इस परियोजना से जुड़े। यह जनता के लिए केंद्र सरकार की ओर से सामाजिक उत्थान के लिए शुरू की जा रही पहलों पर उनके भरोसे को दर्शाता है।"

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना देश में सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे पहले एक रुपया प्रतिमाह पर सुरक्षा योजनाएं शुरू करना सोच से परे बात थी। उन्होंने कहा, "सरकार गरीबों को आत्मनिर्भर और सशक्त देखना चाहती है, ताकि उन्हें जीविका के लिए दूसरों पर निर्भर न रहना पड़े।"

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान में योग विश्व को जोड़ने का एक उत्प्रेरक कारक बन गया है और यह 'वसुधव कुटुंबकम' के परिदृश्य में भी बेहद प्रासंगिक है। मोदी ने देशवासियों से आग्रह किया कि 21 जून को 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' के रूप में सफल बनाएं। उन्होंने विश्वकल्याण और मानवता के लिए योगदूत बनने और दुनिया के लिए योग की शिक्षा को सुलभ बनाने का भी आग्रह किया।

प्रधानमंत्री ने हाल ही में शुरू किए गए 'डीडी किसान' चैनल को किसानों के लिए खुला विश्वविद्यालय बताते हुए कहा, "यह कृषि और कृषि से संबंधित क्षेत्रों से जुड़े हर शख्स के लिए हितकारी है।"

मोदी ने किसानों और मछुआरों से पेशे को उन्नत बनाने के लिए 'डीडी किसान' चैनल का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने का आग्रह किया।

उन्होंने 'मन की बात' में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की परीक्षा में सफल विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सफल छात्र/छात्राएं अपनी योग्यता के आधार पर भविष्य का पाठ्यक्रम चुनें।

मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, "जो विद्यार्थी परीक्षा में सफल नहीं हो पाए हैं, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। इस असफलता को नए विकल्पों की तलाश के अवसर के रूप में लें। सफलता और असफलता जीवन का हिस्सा हैं। हम असफलताओं से भी बहुत कुछ सीख सकते हैं।"

'मन की बात' में प्रधानमंत्री द्वारा कही गईं कुछ अन्य अहम बातें...
  • पिछली बार जब मैंने आपसे मन की बात की थी, तब भूकंप की भयंकर घटना ने मुझे बहुत विचलित किया था।
  • आज जब मैं मन की बात कर रहा हूं, तो चारों तरफ भयंकर गर्म हवा, गर्मी, परेशानियां उसकी ख़बरें आ रही हैं।
  • सी.बी.एस.ई. और अलग-अलग बोर्ड एग्ज़ाम पास करने वाले विद्यार्थी मित्रों को अपने नतीजे मिल गये हैं , मैं उन सब को बधाई देता हूं।
  • आपकी सफलता का कारण आपकी साल भर की कड़ी मेहनत है, आपके स्कूल, आपके टीचर, पूरे परिवार ने, हर किसी ने प्रयास किया है।
  • जो उत्तीर्ण हुए हैं उनके लिए मेरा इतना ही सुझाव है कि आप उस मोड़ पर हैं जहाँ से आप अपने करियर का रास्ता चुन रहे हैं।
  • अब जगत बहुत बड़ा हो चुका है, विषयों और अवसरों की सीमायें नहीं हैं, आप ज़रा साहस के साथ आपकी रूचि के हिसाब से रास्ता चुनिए।
  • देश को उत्तम शिक्षकों की ज़रूरत है तो सैनिकों, उत्तम वैज्ञानिकों की भी ज़रूरत है, उत्तम कलाकार संगीतकारों की भी आवश्यकता है।
  • हम विफलता से भी काफी कुछ सीख सकते हैं।
  • विफलता के बोझ में दबना मत, विफलता एक अवसर होती है, विफलता के बीच भी आशा का अवसर समाहित होता है।
  • विफलता को पचाने की ताकत भी जिंदगी जीने की ताकत देती है।
  • लोकतंत्र में मंथन जरूरी होता है, पक्ष-विपक्ष जरूरी होता है।
  • सामाजिक सुरक्षा की तीन योजनाओं को लांच किया।
  • केवल 20 दिनों में 8.52 करोड़ लोगों ने इन योजनाओं में अपना पंजीकरण कराया।
  • मेरी नजर में किसान चैनल एक खेत खलिहान वाली ओपन यूनिवर्सिटी है।
  • मेरी नजर में किसान चैनल एक खेत खलिहान वाली ओपन यूनिवर्सिटी है।
  • कृषि के साथ पशुपालन भी आर्थिक रूप से हमें मजबूती दे सकता है।
  • गर्मी में पशु-पक्षियों का भी ख्याल रखिएगा। (इनपुट एजेंसी से भी)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com