भारत में कोरोनावायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर ने केंद्र और राज्य सरकारों की चिंता बढ़ा दी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने देश में कोरोना हालातों (COVID-19 Situation) और टीकाकरण अभियान (Vaccination) की समीक्षा के लिए शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक में कंटेनमेंट जोन से जुड़ी रणनीतियों, टेस्टिंग बढ़ाने, स्वास्थ्यसेवा संसाधनों पर ध्यान केंद्रित करने और ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन आपूर्ति के डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर चर्चा हुई. प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए डिस्ट्रीब्यूशन प्लान तैयार करने को कहा है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि "कुछ राज्यों में धूल खा रहे वेंटिलेटरों की खबरों को प्रधानमंत्री ने गंभीरता से लिया है और निर्देश दिया कि केंद्र सरकार द्वारा मुहैया कराये गए वेंटिलेटरों के इंस्टॉलेशन और ऑपरेशन का तत्काल ऑडिट किया जाए. प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि आवश्यक हो तो स्वास्थ्य कर्मियों को वेंटिलेटर के ठीक से परिचालन के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाना चाहिए."
उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर कंटेनमेंट की रणनीतियां बनाना समय की जरूरत है खासकर उन राज्यों के लिए जहां जिलों में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है. उन्होंने निर्देश दिया कि टेस्टिंग को भी बढ़ाने की जरूरत है खासकर उन इलाकों में जहां हाई टेस्ट पॉजिटिविटी रेट है. इसके लिए आरटी-पीसीआर और रैपिड टेस्ट दोनों का इस्तेमाल किया जाए.
बैठक में प्रधानमंत्री को बताया गया कि राज्यों में टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ी है. मार्च की शुरुआत में हर हफ्ते करीब 50 लाख टेस्ट हो रहे थे, जो अब प्रति सप्ताह करीब 1.3 करोड़ पर पहुंच गए हैं. पीएम ने कहा कि राज्यों को "आंकड़ों को पारदर्शी तरीके से रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. इस दबाव में नहीं आना चाहिए कि इससे उनके प्रयासों पर विपरित प्रभाव दिखाई पड़ेगा."
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प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्यसेवा संसाधनों में वृद्धि के लिए कहा है ताकि डोर-टू-डोर टेस्टिंग और सर्विलांस पर फोकस किया जा सके. उन्होंने आशा और आंगनबाड़ी वर्कर्स को भी हर जरूरी संसाधन से लैस करने को कहा. पीएम ने ग्रामीण इलाकों में होम आइसोलेशन और ट्रीटमेंट के लिए आसान भाषा में चित्रों के साथ गाइडलाइंस उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए डिस्ट्रीब्यूशन प्लान तैयार किया जाए, जिसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का भी प्रावधान हो. स्वास्थ्यकर्मियों को इन उपकरणों को चलाने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाए.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई को वैज्ञानिकों और मामले से जुड़े विशेषज्ञों द्वारा निर्देशित किया गया है और उनके द्वारा ही आगे भी निर्देशित किया जाता रहेगा.
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अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को वैक्सीनेशन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी. साथ ही भविष्य में वैक्सीन की उपलब्धता के लिए रूपरेखा पर भी चर्चा की गई. उन्होंने टीकाकरण में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को राज्यों के साथ करीब से मिलकर काम करने का निर्देश दिया है.
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