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This Article is From Dec 10, 2020

PM मोदी ने किया नए संसद भवन के लिए भूमिपूजन, जानिए सबसे पुरानी संसद किस देश की है?

ब्रिटिश संसद पैलेस ऑफ वेस्टमिंस्टर एक हजार साल से भी ज्यादा पुरानी है. यह वर्ष1004 में बनकर तैयार हुई. लेकिन आग 1512 में इसे भारी नुकसान पहुंचा. मरम्मत के बाद 1834 में फिर भयंकर आग के कारण यह ध्वस्त हो गई. ऐसे में 1840-1876 के बीच पुनर्निर्माण कराया गया.

पीएम मोदी ने गुरुवार को नए संसद भवन के लिए भूमिपूजन किया

नई दिल्ली:

मौजूदा संसद भवन जीर्ण-शीर्ण होने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नए संसद भवन की नींव रखी. चार मंजिला यह इमारत 100 साल की जरूरतों को पूरा करेगी.  देश का नया संसद भवन 64,500 वर्ग मीटर में फैला होगा और 100 साल की जरूरतों को पूरा करेगा. इसमें हर सांसद के लिए 40 वर्ग मीटर का कार्यालय भी होगा. इसमें ऐसी सुविधा होगी कि हर सांसद चाहे तो कमरे से ही संसद की कार्यवाही में हिस्सा ले पाएगा. 971 करोड़ रुपये की लागत से यह चार मंजिला इमारत बनेगी. भारत का नया संसद भवन हाईटेक होगा. चीन की संसद के ग्रेट ऑडिटोरियम की तरह यहां विशालकाय कांस्टीट्यूशन हॉल होगा. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया की सबसे विशालकाय और सबसे पुरानी व्यवस्थापिका (संसद) कहां और कौन सी है? इन इमारतों ने आग, भूकंप, युद्ध जैसी तमाम प्राकृतिक आपदाओं को झेला और कैसे पुनर्निर्माण हुआ.


ब्रिटिश संसद- पैलेस ऑफ वेस्टमिंस्टर 1000 साल पुरानी

ब्रिटिश संसद पैलेस ऑफ वेस्टमिंस्टर एक हजार साल से भी ज्यादा पुरानी है. यह वर्ष1004 में बनकर तैयार हुई. लेकिन आग 1512 में इसे भारी नुकसान पहुंचा. मरम्मत के बाद 1834 में फिर भयंकर आग के कारण यह ध्वस्त हो गई. ऐसे में 1840-1876 के बीच पुनर्निर्माण कराया गया. 1.12 लाख वर्ग मीटर में बनी इस इमारत में 1100 से भी ज्यादा कमरे हैं.

अमेरिकी संसद-यूनाइटेड स्टेट कैपिटल 220 साल पुरानी

कैपिटल हिल स्थित अमेरिकी संसद यूनाइटेड स्टेट कैपिटल का निर्माण 1793 में शुरू हुआ और सात साल बाद 1800 में पूरा हुआ था, लेकिन 1814 में ब्रिटेन के अमेरिका पर जीत हासिल करने के बाद व्हाइट हाउस, संसद समेत तमाम भवनों पर आग लगा दी गई. पांच साल में इसका पुनरोद्धार हो सका. 67 हजार वर्ग मीटर में फैली इस 5 मंजिला इमारत की आखिरी बार 1962 में मरम्मत हुई थी.

जर्मन संसद -रैशस्टैग 1894 में बनी

जर्मन संसद रैशस्टैग वर्ष 1894 में बनकर तैयार हुई, लेकिन 1933 में यह भी भयानक आग में घिरकर नष्ट हो गई. लिहाजा 1961-64 में इसका पुनर्निर्माण हुआ मगर जर्मनी के विभाजन के कारण लंबे समय तक इसका इस्तेमाल नहीं हुआ. 1991-92 में जर्मनी के विलय के बाद पुनर्निर्माण हुआ औऱ 61 हजार वर्ग मीटर में बने संसद भवन में कानून बनना शुरू हुए.

चीन-सबसे विशाल क्षेत्र में बनी चीन की संसद 
ग्रेट हॉल ऑफ पीपल सबसे नई पार्लियामेंट में से एक है. 1959 में बनकर तैयार चीनी संसद 1.71 लाख वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैली है. चीन के तत्कालीन राष्ट्रपति झाउ एन लाई के निर्देश पर यह सैन्य तकनीक से महज 10 माह में बनकर तैयार हुई.


मौजूदा संसद भवन सौ साल पुराना

भारत के मौजूदा संसद भवन की बात करें तो देश की मौजूदा संसद भवन का निर्माण 1921-1927 के बीच हुआ. एडविन लुटियंस औऱ हर्बर्ट बेकर द्वारा तैयार यह संसद कई मायनों में ऐतिहासिक है. संसदीय सौंध की इमारत 35 हजार वर्ग मीटर में है जिसका निर्माण 1970-75 के बीच हुआ. 
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