नई दिल्ली:
जासूसी प्रकरण की पृष्ठभूमि में पाकिस्तान ने आज नई दिल्ली स्थित अपने उच्चायोग के छह कर्मचारियों को वापस बुला लिया तथा दूसरी ओर भारत भी इस्लामाबाद से अपने आठ राजनयिकों को वापस बुलाने पर विचार कर रहा है, क्योंकि उनकी सुरक्षा के साथ 'पूरी तरह समझौता' किया गया है.
कुछ दिनों पहले ही कथित जासूसी को लेकर पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी महमूद अख्तर को भारत ने देश से बाहर निकाल दिया था. पाकिस्तानी उच्चायोग के जिन छह अधिकारियों ने भारत छोड़ा है, उनमें चार वरिष्ठ राजनयिक शामिल हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि भारत भी 'अंतत:' अपने आठ राजनयिकों को इस्लामाबाद से वापस बुलाने की योजना बना रहा है, क्योंकि इनके नाम और तस्वीरें वहां की मीडिया में प्रकाशित और प्रसारित हुई हैं.
पाकिस्तानी उच्चायोग के सूत्रों अनुसार, भारत छोड़ चुके अधिकारियों में वाणिज्यिक दूत सैयद फर्रुख हबीब और प्रथम सचिव खादिम हुसैन, मुदस्सर चीमा तथा शाहिद इकबाल शामिल हैं. अख्तर ने इन अधिकारियों के नाम जासूसी प्रकरण में पूछताछ के दौरान बताए थे.
सूत्रों ने आरोप लगाया, 'इस खराब माहौल में अधिकारियों के लिए काम करना नामुमकिन होने के बाद फैसला लिया गया'. उन्होंने कहा, 'भारत सरकार हमारे राजनयिकों को धमका रही है और ब्लैकमेल कर रही है. इसलिए इस स्थिति में हमारे लिए इस देश में रहना और काम करना मुश्किल है'.
कुछ दिन पहले ही भारत ने पाकिस्तान के अधिकारी महमूद अख्तर को जासूसी गतिविधियों को लेकर अवांछनीय घोषित किया था, जिस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान ने भी भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी को निकाल दिया. इससे पहले इस्लामाबाद से आ रहीं खबरों में कहा गया था कि पाकिस्तान भारतीय उच्चायोग के कम से कम दो अधिकारियों को विध्वंसक गतिविधियों में उनकी कथित संलिप्तता के लिए देश छोड़ने को कह सकता है.
जियो टीवी की खबर के अनुसार, वाणिज्य मामलों के अधिकारी राजेश अग्निहोत्री और प्रेस मामलों के अधिकारी बलबीर सिंह को निष्कासित किया जा सकता है.
चैनल ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि अग्निहोत्री सीधे रॉ से जुड़े हुए हैं, जबकि सिंह गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) के लिए काम कर रहे हैं और उन्होंने पाकिस्तान में अपने पदों का कथित इस्तेमाल अपनी मूल पहचान छिपाने के लिए किया.
इसमें दावा किया गया कि सिंह पाकिस्तान में आतंकियों के एक नेटवर्क का भी संचालन कर रहे हैं और भारतीय उच्चायोग के निष्कासित अधिकारी सुरगीत सिंह भी इस नेटवर्क का हिस्सा थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कुछ दिनों पहले ही कथित जासूसी को लेकर पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी महमूद अख्तर को भारत ने देश से बाहर निकाल दिया था. पाकिस्तानी उच्चायोग के जिन छह अधिकारियों ने भारत छोड़ा है, उनमें चार वरिष्ठ राजनयिक शामिल हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि भारत भी 'अंतत:' अपने आठ राजनयिकों को इस्लामाबाद से वापस बुलाने की योजना बना रहा है, क्योंकि इनके नाम और तस्वीरें वहां की मीडिया में प्रकाशित और प्रसारित हुई हैं.
पाकिस्तानी उच्चायोग के सूत्रों अनुसार, भारत छोड़ चुके अधिकारियों में वाणिज्यिक दूत सैयद फर्रुख हबीब और प्रथम सचिव खादिम हुसैन, मुदस्सर चीमा तथा शाहिद इकबाल शामिल हैं. अख्तर ने इन अधिकारियों के नाम जासूसी प्रकरण में पूछताछ के दौरान बताए थे.
सूत्रों ने आरोप लगाया, 'इस खराब माहौल में अधिकारियों के लिए काम करना नामुमकिन होने के बाद फैसला लिया गया'. उन्होंने कहा, 'भारत सरकार हमारे राजनयिकों को धमका रही है और ब्लैकमेल कर रही है. इसलिए इस स्थिति में हमारे लिए इस देश में रहना और काम करना मुश्किल है'.
कुछ दिन पहले ही भारत ने पाकिस्तान के अधिकारी महमूद अख्तर को जासूसी गतिविधियों को लेकर अवांछनीय घोषित किया था, जिस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान ने भी भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी को निकाल दिया. इससे पहले इस्लामाबाद से आ रहीं खबरों में कहा गया था कि पाकिस्तान भारतीय उच्चायोग के कम से कम दो अधिकारियों को विध्वंसक गतिविधियों में उनकी कथित संलिप्तता के लिए देश छोड़ने को कह सकता है.
जियो टीवी की खबर के अनुसार, वाणिज्य मामलों के अधिकारी राजेश अग्निहोत्री और प्रेस मामलों के अधिकारी बलबीर सिंह को निष्कासित किया जा सकता है.
चैनल ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि अग्निहोत्री सीधे रॉ से जुड़े हुए हैं, जबकि सिंह गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) के लिए काम कर रहे हैं और उन्होंने पाकिस्तान में अपने पदों का कथित इस्तेमाल अपनी मूल पहचान छिपाने के लिए किया.
इसमें दावा किया गया कि सिंह पाकिस्तान में आतंकियों के एक नेटवर्क का भी संचालन कर रहे हैं और भारतीय उच्चायोग के निष्कासित अधिकारी सुरगीत सिंह भी इस नेटवर्क का हिस्सा थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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