जैन मुनि तरुण सागर
नई दिल्ली:
जैन मुनि तरुण सागर पर की गई टिप्पणी के बाद विशाल डडलानी ने आप समेत सभी राजनीतिक गतिविधियों से दूर रहने का ऐलान कर दिया. वहीं बताया जा रहा है कि तरुण सागर ने विशाल को माफ कर दिया है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और आप के अहम नेता सत्येंद्र जैन ने कहा है कि 'महाराज जी तो इस घटना को भूल गए हैं और माफ भी कर चुके हैं. उन्होंने कहा है कि यह बहुत ही छोटी सी बात है और इससे उन पर कोई असर नहीं पड़ता.' उधर डडलानी के खिलाफ हरियाणा में धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए एफआईआर दायर की गई है.
साथ ही जैन मुनि ने कहा कि 'मुझे नहीं लगता वह जैन धर्म या उनकी मान्यताओं के बारे में कुछ भी जानते हैं. जहां तक माफी की बात है तो उसका तो सवाल ही नहीं उठता क्योंकि मैं उनसे नाराज़ ही नहीं हूं' धर्मगुरु ने यह भी कहा कि वह 15 मार्च को दिल्ली विधानसभा को भी संबोधित करने वाले थे लेकिन आखिरी वक्त में कार्यक्रम रद्द हो गया. स्पीकर और सीएम ने मुझे न्यौता दिया था.
ट्विटर पर माफी मांगी
शनिवार को डडलानी ने जैन धर्म के गुरू तरुण सागर का ट्विटर पर तब मज़ाक उड़ाया जब हरियाणा विधानसभा में उनके संबोधन को लेकर ख़बरें आ रही थीं. विशाल के इस ट्वीट की काफी निंदा हुई जिसके बाद उन्होंने इसे हटा दिया. हालांकि तब तक तीर कमान से निकल चुका था और विशाल ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे थे.
इसके बाद आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी इस ट्वीट को अफसोसजनक बताया. उन्होंने लिखा 'तरुण सागर जी महाराज एक सम्मानीय संत हैं. सिर्फ जैनियों के लिए ही नहीं, सबके लिए. जो उनका अपमान कर रहे हैं उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए.'
विशाल ने इसके बाद ट्विटर पर माफी मांगी और साथ ही सभी तरह के राजनीतिक संबंधों से नाता तोड़ने की घोषणा भी कर दी.
हालांकि इस ऐलान के बाद आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाए जाने लगे कि विशाल को बाहर का रास्ता पार्टी ने दिखाया है. इस पर भी विशाल ने सफाई देते हुए ट्वीट किया कि वह उन्होंने अपनी मर्ज़ी से पार्टी को छोड़ा है और वह अभी भी इस आप को परिवार की तरह मानते हैं.
(इनपुट एजेंसी से भी)
साथ ही जैन मुनि ने कहा कि 'मुझे नहीं लगता वह जैन धर्म या उनकी मान्यताओं के बारे में कुछ भी जानते हैं. जहां तक माफी की बात है तो उसका तो सवाल ही नहीं उठता क्योंकि मैं उनसे नाराज़ ही नहीं हूं' धर्मगुरु ने यह भी कहा कि वह 15 मार्च को दिल्ली विधानसभा को भी संबोधित करने वाले थे लेकिन आखिरी वक्त में कार्यक्रम रद्द हो गया. स्पीकर और सीएम ने मुझे न्यौता दिया था.
ट्विटर पर माफी मांगी
शनिवार को डडलानी ने जैन धर्म के गुरू तरुण सागर का ट्विटर पर तब मज़ाक उड़ाया जब हरियाणा विधानसभा में उनके संबोधन को लेकर ख़बरें आ रही थीं. विशाल के इस ट्वीट की काफी निंदा हुई जिसके बाद उन्होंने इसे हटा दिया. हालांकि तब तक तीर कमान से निकल चुका था और विशाल ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे थे.
इसके बाद आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी इस ट्वीट को अफसोसजनक बताया. उन्होंने लिखा 'तरुण सागर जी महाराज एक सम्मानीय संत हैं. सिर्फ जैनियों के लिए ही नहीं, सबके लिए. जो उनका अपमान कर रहे हैं उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए.'
Tarun Sagar ji Maharaj is a very reverred saint, not just for jains but everyone. Those showing disrespect is unfortunate and shud stop
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 27, 2016
विशाल ने इसके बाद ट्विटर पर माफी मांगी और साथ ही सभी तरह के राजनीतिक संबंधों से नाता तोड़ने की घोषणा भी कर दी.
It feel bad that I hurt my Jain friends & my friends @ArvindKejriwal & @SatyendarJain .I hereby quit all active political work/affiliation.
— VISHAL DADLANI (@VishalDadlani) August 27, 2016
हालांकि इस ऐलान के बाद आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाए जाने लगे कि विशाल को बाहर का रास्ता पार्टी ने दिखाया है. इस पर भी विशाल ने सफाई देते हुए ट्वीट किया कि वह उन्होंने अपनी मर्ज़ी से पार्टी को छोड़ा है और वह अभी भी इस आप को परिवार की तरह मानते हैं.
A lot is being said against AAP because I chose to quit. I just want to say, AAP is a family. Please keep faith in AK & the party! (2)
— VISHAL DADLANI (@VishalDadlani) August 28, 2016
(इनपुट एजेंसी से भी)
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