नई दिल्ली:
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने बुधवार को संसद की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किये जाने के फैसले को जायज ठहराते हुए कहा कि कोई विकल्प नहीं बचा था क्योंकि संसद चल नहीं रही थी।
उन्होंने कहा कि संसद में सांसदों द्वारा बाधा डालना जनता के साथ धोखा है जिसने उन्हें चुनकर भेजा है।
संसद के बजट सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किये जाने के बाद स्पीकर ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘संसद चलनी चाहिए। संसद हमेशा चलनी चाहिए। किसी भी वजह से कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए। यह जनता के साथ विश्वासघात है जिन्होंने अपने प्रतिनिधियों को चुनकर भेजा है।’’ निर्धारित समय से दो दिन पहले ही कार्यवाही स्थगित किये जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए करना पड़ा ‘‘क्योंकि संसद नहीं चल रही थी।’’
गत 22 अप्रैल से शुरू हुए बजट सत्र के दूसरे चरण में लगातार हंगामा बना रहा और दोनों सदनों में प्रश्नकाल नहीं चल सका। संवैधानिक जरूरत के चलते वित्त विधेयक और रेल बजट पारित होने के अतिरिक्त संसद में कोई विधायी कामकाज नहीं हो सका।
उन्होंने कहा कि संसद में सांसदों द्वारा बाधा डालना जनता के साथ धोखा है जिसने उन्हें चुनकर भेजा है।
संसद के बजट सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किये जाने के बाद स्पीकर ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘संसद चलनी चाहिए। संसद हमेशा चलनी चाहिए। किसी भी वजह से कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए। यह जनता के साथ विश्वासघात है जिन्होंने अपने प्रतिनिधियों को चुनकर भेजा है।’’ निर्धारित समय से दो दिन पहले ही कार्यवाही स्थगित किये जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए करना पड़ा ‘‘क्योंकि संसद नहीं चल रही थी।’’
गत 22 अप्रैल से शुरू हुए बजट सत्र के दूसरे चरण में लगातार हंगामा बना रहा और दोनों सदनों में प्रश्नकाल नहीं चल सका। संवैधानिक जरूरत के चलते वित्त विधेयक और रेल बजट पारित होने के अतिरिक्त संसद में कोई विधायी कामकाज नहीं हो सका।
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