महाराष्ट्र सरकार के मंत्री बच्चू कडु ने कहा है कि राज्य सरकार मराठी कीर्तनकार निवृत्ती महाराज इंदुरीकर की यौन संबंध स्थापित करने और बच्चे के लिंग निर्धारण संबंधी टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ मामला दायर नहीं कराएगी. पिछले दिनों इंदुरीकर महाराज ने कथित तौर पर कहा था कि सम संख्या वाली तारीख पर यौन संबंध बनाने से बेटे का जन्म होता है और विषम संख्या वाली तारीख पर यौन संबंध बनाने से बेटी पैदा होती है.
अंधविश्वास समाप्त करने की दिशा में काम करने वाली स्वयंसेवी संस्था महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने पिछले सप्ताह इंदुरीकर महाराज के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करने की मांग की थी.
संस्था का आरोप है कि इंदुरीकर महाराज की टिप्पणी ने गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) अधिनियम का उल्लंघन किया है.
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गौरतलब है कि इंदुरीकर ने हाल ही में अहमदनगर जिले में अपने कीर्तन की दौरान कथित तौर पर कहा था कि सम संख्या वाली तारीख पर यौन संबंध बनाने से बेटे का जन्म होता है और विषम संख्या वाली तारीख पर यौन संबंध बनाने से बेटी पैदा होती है.
उस्मानाबाद में सोमवार शाम को कडु ने संवाददाताओं से कहा, “इंदुरीकर महाराज अपने कीर्तन के जरिए लोगों में ज्ञान फैला रहे हैं. अगर वह कुछ गलत करेंगे तो कानून अपना काम करेगा लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए. हमें ऐसी टिप्पणी करने से पहले उनके आशय को समझने की कोशिश करनी चाहिए.”
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