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This Article is From Sep 10, 2013

मुजफ्फरनगर में हिंसा : बीजेपी एमएलए पर फर्जी भड़काऊ वीडियो बनवाने का आरोप

मुजफ्फरनगर में हिंसा : बीजेपी एमएलए पर फर्जी भड़काऊ वीडियो बनवाने का आरोप
हिंसा के बाद मुजफ्फरनगर
मुजफ्फरनगर: यूपी में मुजफ्फरनगर हिंसा के चलते मरने वालों की तादाद अब 32 हो चुकी है। बीते 24 घंटे में एक शक्स की मुजफ्फरनगर और दूसरे की शामली में हत्या की खबर है। दूसरी तरफ राज्य सरकार ने न्यायिक जांच का ऐलान किया है।

रिटायर्ड जस्टिस विष्णु सहाय की अध्यक्षता में यह जांच आयोग बनाया गया है। इस बीच हिंसा के आरोप में अब तक अलग-अलग इलाकों से 160 से ज्यादा लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। अलग-अलग जगहों से काफी संख्या में हथियार भी बरामद हुए हैं। तनावग्रस्त इलाकों में सेना और अर्द्धसैनिक बलों ने फ्लैग मार्च किया है। हालात को बेहतर तरीके से निपटाने के लिए पुलिस और प्रशासन के कई बड़े अफसरों का तबादला कर दिया गया है। तीन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू जारी है हालांकि आज कर्फ्यू में ढील दिए जाने की संभावना है। इसके अलावा प्रशासन कई सेंटर बनाकर जरूरतमंदों तक सामान पहुंचाने की कोशिश करेगा।

यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि जिन लोगों ने सांप्रदायिक भाइचारे का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार ने मुजफ्फरनगर में मौजूदा हालात की जानकारी दी।

मुजफ्फरनगर के डीएम कौशल राज का कहना है कि प्रशासन बीजेपी विधायक संगीत सोम को गिरफ्तार करने की लगातार कोशिश कर रहा है। विधायक पर यू-ट्यूब पर भड़काऊ वीडियो अपलोड करने का आरोप है। विधायक ने न सिर्फ वीडियो अपलोड किया बल्कि उस पर कमेंट भी लिखा कि देखिये कवाल गांव में क्या हुआ।

यूपी में बीते एक साल से सांप्रदायिक तनाव बना हुआ है, जिसने कई शहरों और गांवों को प्रभावित किया है। हालत ये हैं कि जहां पहले हिंसा नहीं दिखी वहां अब झड़पें नजर आ रही हैं। अगर मुजफ्फरनगर में प्रशासन ने सख्ती दिखाई होती तो माहौल नहीं बिगड़ा होता।

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