मुंबई के मीरा रोड पर एक जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस आरोपियों संग सख्ती से निपट रही है. जुलूस पर पत्थर बरसाने वालों के अवैध निर्माण पर अब प्रशासन का बुलडोजर (Mumabi Bulldozer Action) चल रहा है. पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी के बीच प्रशासन ने अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया. दरअसल सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर कार्यक्रम से पहले और बाद में मीरा रोड पर हिंसा की जानकारी सामने आई. पुलिस का कहना है कि इलाके में 15 अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. यूपी सरकार की तर्ज पर मुंबई में भी प्रशासन अवैध निर्माण पर सख्त एक्शन ले रहा है.
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शोभा यात्रा में पथराव और तोड़फोड़
मुंबई के मीरा रोड के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, इनमें दो गुट एक दूसरे पर पत्थर बरसाते दिख रहे हैं. ये वीडियो रविवार शाम और सोमवार को हुई घटनाओं के बताए जा रहे हैं. दरअसल अयोध्या में कार्यक्रम को देखते हुए मीरा रोड से नया नगर इलाके में शोभा यात्रा निकाली जा रही थीं, इसी दौरान वहां अचानक झड़प हो गई. पुलिस का कहना है कि जुलूस में भगवा झंडे लगी कारों और बाइकों पर भीड़ ने पथराव किया, इस घटना में कुछ लोग घायल हो गए. भीड़ ने पत्थरों और लाठियों से कारों में तोड़फोड़ भी की. जिसके बाद आरोपियों पर एक्शन लेते हुए उनके अवैध अतिक्रमणों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. इस मामले में सोमवार रात तक पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया.
हिंसा में शामिल 13 आरोपी हिरासत में
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने सोमवार रात को एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि राज्य में "कानून-व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति" को कड़ी सजा दी जाएगी. मीरा-भायंदर के नया नगर इलाके में हुई घटना की पूरी जानकारी रात ही ली गई. वह सोमवार सुबह 3.30 बजे तक मीरा-भायंदर पुलिस कमिश्नर के साथ लगातार संपर्क में थे. उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश पुलिस को दिया गया है. इस मामले में अब तक 13 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है. सीसीटीवी फुटेज की जांच कर अन्य आरोपियों की पहचान शुरू कर दी गई है. डिप्टी सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी, ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी.
"दो समुदायों के बीच बहस के बाद बिगड़े हालात"
पुलिस कमिश्नर जयंत बाजबाले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हिंसा रविवार रात 11 बजे शुरू हुई. उस समय तीन-चार वाहनों पर सवार कुछ लोग नारे लगा रहे थे. इस बीच दूसरे समुदाय के साथ उनकी बहस शुरू हो गई. न्यूज एजेंसी पीटीआई उनके हवाले से कहा कि हालात बिगड़ते देख पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया. स्थिति को नियंत्रण कर एक फ्लैग मार्च भी निकाला गया.
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