मणिपुर में एक बार फिर हिंसा हुई. शनिवार को हुई घटना में एक किशोर और पुलिस वाले समते चार लोगों की गोली लगने से मौत हो गई है. इस घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं. पुलिस सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि पिछले 24 घंटों में मणिपुर के बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिले के बीच सीमावर्ती इलाकों में हिंसा हुई है.
जहां शुक्रवार शाम संदिग्ध आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में पुलिसकर्मी की मौत हो गई, वहीं सुबह तीन अन्य लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है. बता दें कि पिछले दो महीनों से, इन दोनों जिलों के बीच के सीमावर्ती इलाकों में हत्याओं, हिंसा और आगजनी की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है.
सेना के सूत्रों के अनुसार, बिष्णुपुर जिले के अंतर्गत कांगवई क्षेत्र दोनों समुदायों की निकटता के कारण मणिपुर में वर्तमान संकट की शुरुआत से ही एक संवेदनशील क्षेत्र रहा है. सुरक्षा बलों ने इलाके में 'बफर जोन' बनाया है और स्थिति को बढ़ने से रोकने के लिए तैनात हैं. अर्नी के सूत्रों ने बताया कि हालांकि, दोनों पक्षों के बदमाश एक-दूसरे पर गोलीबारी करने के लिए पहाड़ी इलाकों और घाटी के गांवों में घुस जाते हैं.
एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार रात से ही दोनों ओर से भीड़ द्वारा इसी तरह के प्रयास किए गए. ये भीड़ इलाके के बाहर से इकट्ठा हुई थी और स्थानीय लोगों के वापस जाने के अनुरोध के आगे नहीं झुकी. सुरक्षा बलों ने संयुक्त रूप से सुव्यवस्थित तरीके से जवाब दिया और उन्हें किसी भी घर में आग लगाने से रोका. हालांकि, दोनों पक्षों के उपद्रवियों ने कांगवई, सोंगडो और अवांग लेखई गांवों से एक-दूसरे पर गोलीबारी की. गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए.
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