सीबीआई मुख्यालय पहुंचे लालू यादव
नई दिल्ली:
सीबीआई ने 2006 में आईआरसीटीसी के दो होटलों की देखरेख का जिम्मा एक निजी कंपनी को सौंपे जाने में कथित भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव से गुरुवार को करीब सात घंटे तक पूछताछ की. सीबीआई सूत्रों के बताया कि लालू पूर्वाह्न 11 बजे पहुंचे और उन्हें सीधे जांच दल के पास ले जाया गया. उन्होंने बताया कि लालू के साथ उनकी बेटी मीसा भी थीं जिन्हें एजेंसी मुख्यालय की लॉबी में इंतजार करने को कहा गया. सात घंटे की पूछताछ में लालू से अनुबंध, कंपनी के जमीन समझौते, प्रेम चंद गुप्ता से संबंध, लाभार्थी कंपनी के मालिकों से संबंध के बारे में प्रश्न पूछे गए. सूत्रों के मुताबिक सीबीआई पूछताछ सौहार्द्रपूर्ण थी.
पूछताछ के बाद बाहर निकलने पर लालू ने कहा, ‘‘सीबीआई अधिकारी सौहार्द्रपूर्ण थे लेकिन वे क्या कर सकते हैं? वे भारत सरकार के आदेशों का पालन कर रहे हैं जो कि मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई कर रही है. मुझे सीबीआई से कोई शिकायत नहीं है लेकिन केन्द्र सरकार मुझे और मेरे परिवार को निशाना बना रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने रेलवे में छिटपुट चोरियां रोकीं, उसे सस्ता बनाया, राजस्व में बढ़ोतरी कराई और मुझ पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं. यह कुछ नहीं बस मुझे और मेरे परिवार को निशाना बनाया जा रहा है.’’
लालू के बेटे एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सीबीआई के समक्ष शुक्रवार को पेश होना है. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सीबीआई से कहा कि मैं सहयोग करूंगा. मैंने वक्त नहीं मांगा वरना मुझ पर भागने का आरोप लगने लगता.’’ आरोप है कि लालू ने 2006 में रेल मंत्री रहते हुए रेलवे के दो होटलों- बीएनआर रांची और बीएनआर पुरी की देखरेख का जिम्मा एक निजी फर्म सुजाता होटल को सौंपा और बदले में एक बेनामी कंपनी के जरिए तीन एकड़ की महंगी जमीन के रूप में रिश्वत ली. सुजाता होटल का स्वामित्व विनय और विजय कोचर के पास है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पूछताछ के बाद बाहर निकलने पर लालू ने कहा, ‘‘सीबीआई अधिकारी सौहार्द्रपूर्ण थे लेकिन वे क्या कर सकते हैं? वे भारत सरकार के आदेशों का पालन कर रहे हैं जो कि मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई कर रही है. मुझे सीबीआई से कोई शिकायत नहीं है लेकिन केन्द्र सरकार मुझे और मेरे परिवार को निशाना बना रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने रेलवे में छिटपुट चोरियां रोकीं, उसे सस्ता बनाया, राजस्व में बढ़ोतरी कराई और मुझ पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं. यह कुछ नहीं बस मुझे और मेरे परिवार को निशाना बनाया जा रहा है.’’
लालू के बेटे एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सीबीआई के समक्ष शुक्रवार को पेश होना है. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सीबीआई से कहा कि मैं सहयोग करूंगा. मैंने वक्त नहीं मांगा वरना मुझ पर भागने का आरोप लगने लगता.’’ आरोप है कि लालू ने 2006 में रेल मंत्री रहते हुए रेलवे के दो होटलों- बीएनआर रांची और बीएनआर पुरी की देखरेख का जिम्मा एक निजी फर्म सुजाता होटल को सौंपा और बदले में एक बेनामी कंपनी के जरिए तीन एकड़ की महंगी जमीन के रूप में रिश्वत ली. सुजाता होटल का स्वामित्व विनय और विजय कोचर के पास है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं