फाइल फोटो
श्रीनगर:
पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर युद्धविराम का उल्लंघन करते हुए नियंत्रण रेखा पर पुंछ सेक्टर में अंधाधुंध फायरिंग शुरू की दी. इस फायरिंग में एक परिवार के पति और पत्नी की मौत हो गई और उनके दो बच्चे घायल हो गए. पाक सेना ने सुबह तकरीबन छह बजे ऑटोमेटिक छोटे हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी और मोर्टार दागे. भारतीय सेना प्रभावी और सशक्त तरीके से जवाब दे रही है. वहीं दूसरी ओर बांदीपुरा में शनिवार तड़के 3:30 बजे आर्मी पेट्रोलिंग पार्टी पर आतंकियों ने हमला कर दिया. इसमें 3 जवानों के घायल होने की खबर है. घटना बांदीपुरा के हाजिन इलाके की है. हमले के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. सेना ने आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है. घायल जवानों को 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जवानों की स्थिति फिलहाल स्थिर है.
ये घटनाएं ऐसे वक्त हुई हैं जब जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद का नाम लेते हुए और पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि कुछ देश राजनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आतंकवाद का एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते हैं.
मोदी ने जी-20 सदस्य देशों से इस तरह के राष्ट्रों के खिलाफ ऐसा सामूहिक कदम उठाने की मांग की जो 'प्रतिरोधक' बन सके. मोदी ने जी-20 शिखर बैठक को संबोधित करते हुए लश्कर और जैश की तुलना आईएसआईएस और अलकायदा से की और कहा कि इनके नाम भले ही अलग हों, लेकिन इनकी विचारधारा एक है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग जैसे विश्व नेताओं की मौजूदगी में मोदी ने इस बात पर अफसोस जताया कि आतंकवाद को लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया 'कमजोर' है. उन्होंने कहा कि इस समस्या का मुकाबला करने के लिए और सहयोग की जरूरत है.
ये घटनाएं ऐसे वक्त हुई हैं जब जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद का नाम लेते हुए और पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि कुछ देश राजनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आतंकवाद का एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते हैं.
मोदी ने जी-20 सदस्य देशों से इस तरह के राष्ट्रों के खिलाफ ऐसा सामूहिक कदम उठाने की मांग की जो 'प्रतिरोधक' बन सके. मोदी ने जी-20 शिखर बैठक को संबोधित करते हुए लश्कर और जैश की तुलना आईएसआईएस और अलकायदा से की और कहा कि इनके नाम भले ही अलग हों, लेकिन इनकी विचारधारा एक है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग जैसे विश्व नेताओं की मौजूदगी में मोदी ने इस बात पर अफसोस जताया कि आतंकवाद को लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया 'कमजोर' है. उन्होंने कहा कि इस समस्या का मुकाबला करने के लिए और सहयोग की जरूरत है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं