सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज (फाइल फोटो)।
नई दिल्ली:
भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत की तारीख अभी तक तय नहीं हुई है। इस बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप का कहना है कि दोनों देशों के विदेश सचिव आपस में संपर्क में हैं लेकिन दोनों के बीच आपसी सहमति से कोई तारीख अभी तय नहीं हुई है।
20 दिन में भी तय नहीं हो पाई बातचीत की तारीख
गौरतलब है कि 14 जनवरी को जब विदेश मंत्रालय ने इसी मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस की थी तो कहा था कि 15 जनवरी को होने वाली बातचीत तो दोनों देशों के विदेश सचिवों की आपसी सहमति से टाल दी गई है और दोनों निकट भविष्य में बातचीत करेंगे। तब से 20 दिनों का अरसा बीत गया है लेकिन बातचीत तो दूर बातचीत की तारीख भी तय नहीं की गई है।
पठानकोट हमले को लेकर पाक की कार्रवाई का इंतजार
विदेश सचिवों के बीच की बातचीत और पठानकोट हमला मामले में पाकिस्तान की तरफ से होने वाली जांच में प्रगति के बीच किसी संबंध की बातचीत से हालांकि विदेश मंत्रालय साफ मना कर रहा है। लेकिन सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिल रही है कि जब तक पाकिस्तान की तरफ से पठानकोट के हमलावरों के खिलाफ कोई पुख्ता कार्रवाई की बात नहीं करता, भारत बातचीत की प्रक्रिया आगे बढ़ाने के पक्ष में नहीं है।
पाकिस्तान ने पठानकोट मामले में अभी तक क्या किया है और क्या भारत से और सबूतों की मांग उसने की है, इस सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि इस मामले में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार आपस में संपर्क में हैं। भारत अपनी तरफ से कार्रवाई योग्य सबूत दे चुका है। भारत चाहता है कि पाकिस्तान उस पर कार्रवाई करे।
पाकिस्तान में हाफिज सईद का मीडिया कवरेज नहीं रुका
हाफिज़ सईद की रैली कर पठानकोट हमले को जायज ठहराने और कश्मीर की तथाकथित आजादी तक और हमले की धमकी के सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि सईद एक अंतरराष्ट्रीय तौर पर घोषित आतंकवादी है और उसका इस तरह से आजाद घूमना और रैली करना चिंता की बात है। प्रवक्ता ने यह भी याद दिलाया कि पिछले साल अक्टूबर में ही पाकिस्तान की तरफ से हाफिज़ सईद के मीडिया कवरेज पर पाबंदी की बात की गई थी लेकिन उसे अभी भी उसी तरह से कवर किया जा रहा है।
20 दिन में भी तय नहीं हो पाई बातचीत की तारीख
गौरतलब है कि 14 जनवरी को जब विदेश मंत्रालय ने इसी मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस की थी तो कहा था कि 15 जनवरी को होने वाली बातचीत तो दोनों देशों के विदेश सचिवों की आपसी सहमति से टाल दी गई है और दोनों निकट भविष्य में बातचीत करेंगे। तब से 20 दिनों का अरसा बीत गया है लेकिन बातचीत तो दूर बातचीत की तारीख भी तय नहीं की गई है।
पठानकोट हमले को लेकर पाक की कार्रवाई का इंतजार
विदेश सचिवों के बीच की बातचीत और पठानकोट हमला मामले में पाकिस्तान की तरफ से होने वाली जांच में प्रगति के बीच किसी संबंध की बातचीत से हालांकि विदेश मंत्रालय साफ मना कर रहा है। लेकिन सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिल रही है कि जब तक पाकिस्तान की तरफ से पठानकोट के हमलावरों के खिलाफ कोई पुख्ता कार्रवाई की बात नहीं करता, भारत बातचीत की प्रक्रिया आगे बढ़ाने के पक्ष में नहीं है।
पाकिस्तान ने पठानकोट मामले में अभी तक क्या किया है और क्या भारत से और सबूतों की मांग उसने की है, इस सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि इस मामले में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार आपस में संपर्क में हैं। भारत अपनी तरफ से कार्रवाई योग्य सबूत दे चुका है। भारत चाहता है कि पाकिस्तान उस पर कार्रवाई करे।
पाकिस्तान में हाफिज सईद का मीडिया कवरेज नहीं रुका
हाफिज़ सईद की रैली कर पठानकोट हमले को जायज ठहराने और कश्मीर की तथाकथित आजादी तक और हमले की धमकी के सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि सईद एक अंतरराष्ट्रीय तौर पर घोषित आतंकवादी है और उसका इस तरह से आजाद घूमना और रैली करना चिंता की बात है। प्रवक्ता ने यह भी याद दिलाया कि पिछले साल अक्टूबर में ही पाकिस्तान की तरफ से हाफिज़ सईद के मीडिया कवरेज पर पाबंदी की बात की गई थी लेकिन उसे अभी भी उसी तरह से कवर किया जा रहा है।
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